देर रात नगर डीएसपी अनिल कुमार सिंह सहित कई थानाध्यक्ष जेल पहुंच कर कैदियों को भेजने तक जमे रहे. दूसरे जेल में ट्रांसफर की बात को काफी गोपनीय रखा गया था. केंद्रीय कारा के अधीक्षक इ. जितेंद्र कुमार ने दस विचाराधीन कैदियों को दूसरे जेल में शिफ्ट करने की अनुशंसा की थी, जिसमें शंभु सिंह, पवन भगत का शागिर्द सुमन श्रीवास्तव, अरविंद कुमार राय, रजनीश कुमार, अभिषेक उर्फ बिट्ट , जुगनू सिंह, नक्सली भारती, प्रवेश कुमार मिश्र, दशरथ राम व चंदन जी शामिल थे.
हमले में जख्मी जुगनू व सुमन श्रीवास्तव को नहीं भेजा जा सका है. सभी कैदियों को पटना के बेऊर समेत अन्य जेलों में भेजा गया है. 10 मार्च को आइजी प्रेम सिंह मीणा जेल में जांच के लिए आये थे. यह भी कहा जा रहा था कि अगर उसी दिन कैदी दूसरे जेल में चले जाते तो कोर्ट बिल्डिंग में गोलीबारी की घटना नहीं होती.