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‘पेड़ को अब गाछ तो मैडम को देवी जी कहिए’

मुजफ्फरपुर : पेड़ को ‘गाछ’ कहिए तो मैडम को ‘देवी जी’ बोलिए. पठन सामग्री को और अधिक बोधगम्य बनाने के लिए हिंदी की पुस्तक ‘अंकुर’ में संशोधन किया गया है. सभी शिक्षक भी आंचलिक भाषा में पढ़ायेंगे. बच्चे के साथ शिक्षक भी स्थानीय भाषा का प्रयोग करेंगे. सरकार ने मिशन गुणवत्ता में अंतर्गत यह फैसला […]

मुजफ्फरपुर : पेड़ को गाछकहिए तो मैडम को देवी जीबोलिए. पठन सामग्री को और अधिक बोधगम्य बनाने के लिए हिंदी की पुस्तक अंकुरमें संशोधन किया गया है. सभी शिक्षक भी आंचलिक भाषा में पढ़ायेंगे.

बच्चे के साथ शिक्षक भी स्थानीय भाषा का प्रयोग करेंगे. सरकार ने मिशन गुणवत्ता में अंतर्गत यह फैसला लिया है. इस फैसले से सुदूर ग्रामीण इलाकों के बच्चों को काफी लाभ मिलेगा. बच्चे पाठय़ पुस्तकों को अधिक समङोंगे. शिक्षकों को भी इन भाषाओं को अभ्यास करने का निर्देश दिया गया है.

शिक्षा विभाग के फैसले से एक तो स्थानीय भाषाओं का विकास होगा साथ ही बच्चों के लिए सभी जानकारी ग्रहण करने योग्य बन जायेगा. शिक्षा विभाग ने पहली कक्षा की पुस्तकों में स्थानीय भाषाओं को काफी जगह दिया है. क्षेत्र बोली के अनुसार अंकुर भी उपलब्ध कराया जायेगा.

विभाग के फैसले से नये रूप में हिंदी उपलब्ध होगा. बिहार स्टेट टेक्स्ट बुक कॉरपोरेशन ने सरकार के फैसले के बाद पांच क्षेत्रीय भाषाओं में पहली कक्षा के लिए पठनपाठ सामग्री तैयार किया है.

जल्द ही बच्चों के हाथों में आंचलिक भाषाओं वाली पुस्तकें होंगी. शिक्षा विभाग ने भोजपुरी, मैथिली, मगही, अंगिका वज्जिका में शिक्षण सामग्री तैयार किया है. शिक्षा विभाग के फैसले से बच्चों को बिहार में बोले जाने वाले सभी भाषाओं की जानकारी होगी. शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अमरजीत कुमार सिन्हा ने जिला पदाधिकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी स्कूलों में नये पाठय़ सामग्री के अनुसार पठनपाठन की व्यवस्था करायेंगे.

प्रधान सचिव के पत्र के अनुसार, मिशन गुणवत्ता के अंतर्गत सभी स्कूलों में विद्यालय शिक्षा समिति क्षेत्रीय भाषाओं में बच्चों को पढ़ाई कराने की पहल करेगी. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्वशिक्षा अभियान जियाउल होदा खां ने बताया कि आंचलिक भाषाओं में शिक्षण सामग्री आने से बच्चों को स्थानीय भाषाओं की जानकारी मिलेगी. साथ ही, बच्चे शिक्षकों की बातों को अच्छी तरह समङोंगे. हिंदी की पुस्तकें रही हैं. किताब आते ही सभी बीइओ को वितरण कराने निर्देश दिया गया है.

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