मुजफ्फरपुर: पारू थाना कांड संख्या 234/2010 में पुलिस दोषियों को पकड़ने के बजाये उसके बचाव में जुटी है. पारू पुलिस की अपराधियों के साथ इसी गंठजोड़ के विरोध में ऑल इंडिया कृषक खेत मजदूर संगठन (खेमस) ने बुधवार को समाहरणालय पर धरना प्रदर्शन किया.
धरना को संबोधित करते हुए खेमस के राज्य सचिव अशोक कुमार सिंह ने कहा कि दलित परिवार के सुरेंद्र पासवान के तीनों पुत्र विनोद पासवान, संजीत पासवान व रंजीत पासवान को पारू थाना क्षेत्र के भेलाइपुर में पेट्रोल पंप पर रात में सोते समय गोली मारी गयी. कांड में संजीत साह, संदीप साह, महेंद्र साह व बालेंद्र साह मुख्य अभियुक्त हैं.
डीएसपी पश्चिमी की जांच रिपोर्ट में इस हत्याकांड में पेट्रोल पंप मालिक राजीव ओझा का हाथ होने की बात सामने आयी थी. लेकिन पुलिस अभियुक्तों को पकड़ने के बजाये उनके साथ मिलकर सुरेंद्र पासवान व उनके परिवार पर झूठा मुकदमा करते जा रही है. परिजनों को परेशान किया जा रहा है.
पारू पुलिस ने सुरेंद्र पासवान व उनके वृद्ध पिता व पुत्रों पर पारू थाना में लूटपाट का झूठा मुकदमा दर्ज कर दिया. वक्ताओं में खेमस सचिव काशीनाथ सहनी, एसयूसीआइसी के योगेंद्र राम, सीपीआइ के अवधेश पासवान, सीपीआइएम के अब्दुल गफ्फार, माले नेता सकल ठाकुर, खेमस के मनोरंजन शर्मा, लाल बाबू महतो, एआइयूटीयूसी के मो इदरीश आदि शामिल थे.