मुजफ्फरपुर: बोचहां पीएचसी में तैनात डॉक्टर मनोरंजन कुमार को गोली मारने की घटना में शुक्रवार को पुलिस ने गिरफ्तार उत्सव को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया है. वहीं बालूघाट के रहने वाले शुभम व अंडीगोला के निशांत को पूछताछ के बाद पीआर बांड पर रिहा कर दिया गया है. उत्सव ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया है कि वह डॉक्टर के घर के आसपास जाता था. वही कई बार उनका पीछा भी कर चुका है. डॉक्टर के मना करने पर उसने धमकी दी थी. गुरुवार को पटना स्थित राजेश्वर नर्सिग होम में भरती डॉक्टर ने अहियापुर थानाध्यक्ष सुनील कुमार शर्मा को बयान दिया था कि प्रभात जर्दा फैक्टरी के पास रहने वाला उत्सव नाम का युवक अक्सर उनके घर के इर्द-गिर्द मंडराता था. उनके आने-जाने के क्रम में पीछा करता था.
कुछ दिन पूर्व ही वे उसके घर पर जाकर डांट-फटकार की थी. संभव है कि इसी खुन्नस में घटना को अंजाम दिया गया हो. उत्सव उर्फ जॉनी जगन्नाथ मिश्र कॉलेज का छात्र है. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने छापेमारी कर अंडीगोला से निशांत व बालूघाट से शुभम उर्फ घंटू को भी हिरासत में लिया था. वही डॉक्टर के बयान पर उत्सव के खिलाफ अहियापुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
यहां बता दें कि बुधवार की सुबह 8 बजे डॉ मनोरंजन कुमार सिंह अपनी बेटी को डीएवी स्कूल में छोड़ने के बाद अकेले ही पल्सर बाइक से बोचहां पीएचसी जा रहे थे. इसी क्रम में पटियासा व गरहां चौक के बीच पीछे से बाइक सवार दो अपराधी तेज रफ्तार से उनसे साइड लिया. साइड लेने के क्रम में ही बाइक पर पीछे बैठे अपराधी ने उनके सिर को निशाना बनाते हुए फायर कर दिया. लेकिन हेलमेट पहने होने से वह बचे गये, तभी अपराधी ने दूसरी गोली पीठ में मार दी. उन पर चार राउंड गोली फायर किया गया.
एक गोली उनके कान के पास छूते हुए निकल गयी. वही एक गोली उनके कंधे में भी लगी. लेकिन डॉक्टर ने हिम्मत नहीं हारी. वह बाइक लेकर पटियासा गांव की तरफ मुड़ गये. गांव के एक फूस के मकान में छिपने पर उनकी जान बच पायी. आनन-फानन में डॉक्टर को इलाज के लिए बैरिया स्थित अस्पताल में भरती कराया गया. उन्हें पटना रेफर कर दिया गया था.