मुजफ्फरपुर: बिहार प्रदेश मुखिया महासंघ की 30 सितंबर को पटना में प्रस्तावित अधिकार रैली के तैयारी को लेकर स्थानीय बंसत बिहार होटल में बैठक का आयोजन किया गया. अध्यक्षता मुखिया संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रियदर्शनी शाही ने किया. मौके पर मुखिया संघ के सचिव उमेश महतो एवं प्रवक्ता मोहन मुकुल ने कहा कि विगत एक वर्ष से चल रहे मुखिया महासंघ की ओर से चलायी जा रही आंदोलन का विस्तार से चर्चा की. वक्ताओं ने ग्राम सभाओं के सवैधानिक अधिकारों का हनन, बिहार पंचायती राज अधिनियम 2006 को प्रवाधानों के लागू नही किये जाने एवं मुखिया पर प्राथमिकी भयादोहन करने पर आक्रोश जताया.
महासचिव अवधेश कुमार सिंह ने सोलर लाइट घोटाले की चर्चा करते हुए कहा कि एक अधिवक्ता निराधार आरोप लगा कर मुकदमे में मुखिया को फंसा कर भयादोहन कर रहे है. अधिवक्ता के संपत्ति की जांच होनी चाहिए. अध्यक्ष मोहन प्रसाद केशरी ने रैली में व्यापक भागेदारी का आश्वासन दिया. प्रदेश मुखिया संघ के अध्यक्ष ने प्रस्तावित रैली को जीवन मरण का सवाल बताया.
इसके लिए प्रत्येक पंचायत से प्रतिनिधियों की भागेदारी सुनिश्चित करने को कहा. बैठक में सर्व सम्मति से प्रस्ताव पास किया गया कि जो देगा पंचायत अधिकार,वही चलायेगा सरकार. मौके पर लाल बाबू राय, मनोज कुमार, अजय निराला, फूल कुमारी देवी, रीना देवी, इंद्रकला देवी, गीता देवी आदि उपस्थित थी.