मुजफ्फरपुर : ठेकेदार अनिल ओझा का दहशत व खौफ सिर्फ बीआरए बिहार विश्वविद्यालय कैंपस में ही नहीं, उसके अपने घर के आसपास के पड़ोसियों में भी है. पुलिस शनिवार को जब खबड़ा रेलवे गुमटी नंबर छह स्थित अनिल ओझा के घर कुर्की जब्ती के लिए पहुंची, तब उस मुहल्ला के लोग कुछ देर के लिए घबरा गये. हालांकि, उन लोगों को थोड़े ही देर में मामला समझ में आ गया. इसके बाद लोग आसपास में बैठ बड़े ही आराम से पुलिस की कार्रवाई देखना शुरू कर दिये. अनिल के व्यवहार से आसपास के लोग काफी नाखुश हैं.
लोग बताते हैं कि वह प्रत्येक दिन रात में शराब पीकर आसपास के लोगों को डराता–धमकाता है. किसी ने यदि गलती से कुछ बोल दिया फिर उस व्यक्ति के साथ अनिल बड़े ही अमानवीय व्यवहार करता है. अनिल के घर के आसपास कुम्हार जाति का कुछ परिवार रहता है. अनिल उन लोगों को वहां से घर छोड़ भागने के लिए बराबर डराता–धमकाता है. इसके डर से उन परिवार के बच्चे तक मुंह खोलने से डरते हैं. कुर्की के दौरान घर के बाहर सुरक्षा में तैनात जब कुछ पुलिस वाले पड़ोसी परिवारों से अनिल के बारे में जब कुछ पूछना शुरू किये, तो पहले वे लोग एकदम चुप हो गये. कुछ देर के लिए मायूस हो गये.
* मौके से नहीं मिला खोखा
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विवि कैंपस स्थित परीक्षा हॉल के मुख्य द्वार के समीप शमीम खान की जहां गोली मार हत्या की गयी थी. उस घटना स्थल से पुलिस ने शनिवार को खोखा की बरामदगी के लिए मेटल डिटेक्टर से जांच–पड़ताल की, लेकिन खोखा नहीं मिला. बताया जाता है कि खोखा नहीं मिलने से आरोपितों के खिलाफ कोर्ट में सबूत पेश करने में पुलिस को परेशानी का सामना करना पड़ सकती है.