वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर एस्सेल ने नवंबर 2013 के बाद से जितने भी बिजली मीटर लगाये हैं, उनमें नियम की अनदेखी की गई है. कंपनी के कर्मियों ने उपभोक्ताओं के घर के बाहर अपना मीटर जबरन लटका दिया. जबकि नियमानुसार नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एनबीपीडीसीएल) के लैब से मीटर टेस्ट कराकर कंपनी के बॉडी सील व टेस्ट रिपोर्ट के साथ उपभोक्ताओं के यहां जाकर एस्सेल को मीटर लगाना था. लेकिन मीटर बनाने वाली कंपनी द्वारा मीटर पैकिंग में डाले गये टेस्ट सर्टिफिकेट को ही एस्सेल विद्युत ने सरकार की मान्यता प्राप्त टेस्ट सर्टिफिकेट मानती है. कंपनी के इस बात को भाजपा ने काफी गंभीरता से उठाया है. कंपनी के जिला व्यवसायिक मंच के अध्यक्ष राजेश कुमार पिंटू ने कई मुद्दों पर कंपनी से सवाल किया है. आरोप है कि एनबीपीडीसीएल व एस्सेल के कर्मचारियों की मिलीभगत से एस्सेल ने एनबीपीडीसीएल के लैब से मीटर को बिना जांच कराये व सील कराये पूरे फ्रेंचाइजी के क्षेत्र में मीटर लटका दिया गया. फ्रें चाइजी के अवैध मीटर की जांच कर एनबीपीडीसीएल कितने वर्षों में देगी कहना मुश्किल है? एस्सेल ने नया कनेक्शन देने में चार महीना लगा दिया. एस्सेल ने कनेक्शन देने के बाद एनबीपीडीसीएल की मीटर टेस्टिंग रिपोर्ट नहीं दी. कंपनी के पीआरओ आसिफ मसूद ने बताया कि कंपनी प्रेस्क्राइब मीटर ही लगाती है. मीटर ऐसे स्थान पर लगाना है जहां उपभोक्ताओं को बिना किसी परेशानी के रीडिंग किया जा सके. .
BREAKING NEWS
Advertisement
एस्सेल ने लगा दिया उपभोक्ताओं के घर अवैध बिजली मीटर
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर एस्सेल ने नवंबर 2013 के बाद से जितने भी बिजली मीटर लगाये हैं, उनमें नियम की अनदेखी की गई है. कंपनी के कर्मियों ने उपभोक्ताओं के घर के बाहर अपना मीटर जबरन लटका दिया. जबकि नियमानुसार नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एनबीपीडीसीएल) के लैब से मीटर टेस्ट कराकर कंपनी के बॉडी […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement