मुजफ्फरपुर: देवरिया थाना से डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर स्थित एक कपड़े की दुकान में शाम सात बजे की करीब साहेबगंज विधायक के पारू प्रतिनिधि की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. हत्या करने के बाद बाइक सवार अपराधी फरार हो गये. भागते समय माओवादी जिंदाबाद का भी नारा लगाया गया. हत्या से आक्रोशित लोगों ने साहेबगंज देवरिया पथ को बाया नदी पुल पर टायर जला कर जाम कर दिया. मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस को आक्रोशित लोगों ने खदेड़ दिया. रात एक बजे तक एसएसपी सौरभ कुमार जाम छुड़ाने में जुटे हुए थे.
जानकारी के अनुसार विष्णुपुर सरैया निवासी भोला सिंह साहेबगंज के जदयू विधायक राजू कुमार सिंह राजू के पारू प्रतिनिधि थे. शुक्रवार की शाम सात बजे के करीब वे मोहम्मद सत्तार के कपड़े की दुकान पर बैठे थे. उनके साथ मोहम्मदपुर पंचायत के मुखिया भी मौजूद थे. तभी एक 35 साल का व्यक्ति दुकान के अंदर आकर देसी पिस्तौल से भोला सिंह पर फायर कर दिया, लेकिन गोली मिस हो गयी. इसी बीच कारवाईन से दूसरे अपराधी ने ताबरतोड़ फायरिंग शुरू कर दी. गोली लगते ही वे गिर पड़े और मौके पर भगदड़ उत्पन्न हो गयी.
लोग जान बचा कर इधर–उधर भागने लगे. घटना को अंजाम देने के बाद दोनों अपराधी ग्लैमर बाइक पर सवार हो कर फरार हो गये. मौके पर दहशत फैलाने के लिए बाइक सवार दूसरे अपराधी ने आधा दर्जन बम बिस्फोट किये. बम की दहशत से दुकानदार छिप गये. अपराधियों ने विधायक प्रतिनिधि को आधा दर्जन गोलियां मारी. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि शाम के समय कई अनजान चेहरों को घटना स्थल के पास देखा गया है. बताया जाता है कि घटना के बाद तीन गुटों में दो–दो बाइक सवार बंट कर तीन दिशा में फरार हो गये. इधर, सूचना मिलने के डेढ़ घंटे के बाद भी करीब डेढ़ सौ मीटर पर स्थित देवरिया पुलिस मौके पर नहीं पहुंच पायी थी. एसएसपी के निर्देश पर साहेबगंज, पारू, सरैया, जैतपुर, करजा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची. रात पौने एक बजे एसएसपी सौरभ कुमार खुद घटना स्थल पर पहुंचे. वे आक्रोशित लोगों को समझाने में जुटे थे.
रात भर जाम रहा स्टेट हाइवे
विधायक प्रतिनिधि की हत्या के बाद आक्रोशित लोगों ने बाया नदी पुल पर स्थित स्टेट हाइवे 74 को जाम कर दिया. अपने प्रतिनिधि की हत्या की जानकारी मिलते ही साहेबगंज विधायक राजू कुमार सिंह राजू पटना से चल कर घटना स्थल पर पहुंच गये. जाम के कारण कई किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई थी. लोगों के आक्रोश को देखते हुए देवरिया पुलिस मौके से नदारद थी. नव नियुक्त डीएसपी पश्चिमी अजय कुमार, पारू इंस्पेक्टर जीएन मंडल सहित अन्य थाने की पुलिस देर रात तक घटना स्थल पर डटी हुई थी. लोग डीएम, एसएसपी को घटना स्थल पर बुलाने की मांग कर रहे थे. लोगों का कहना था कि यह नक्सली घटना नहीं है, बल्कि पुलिस व अपराधी गठजोर का नतीजा है.
परिजनों का रो–रो कर बुरा हाल
वरीय अधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े लोग विधायक प्रतिनिधि के शव को नहीं उठने दिया. दुकान के बाहर पड़े शव पर उनके परिजनों का रो–रो कर बुरा हाल था. बहन सीता देवी व पतोहू रीता देवी चितकारे मार रो रही थी. भोला सिंह के एक रिश्तेदार ने बताया कि छह माह पूर्व ही उनके एक बेटे की शादी हुई थी. मृदु भाषी स्वभाव के भोला सिंह सभी तबके के लोगों की मदद किया करते थे. उनका मोहम्मद सत्तार के कपड़े की दुकान में रोजाना बैठना–उठना था. सुनियोजित साजिश के तहत हत्या की गयी है. इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए.
हत्या मामले में चार संदिग्ध हिरासत में
विधायक प्रतिनिधि भोला सिंह की हत्या मामले में पुलिस ने देर रात चार संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लिया है. बताया जाता है कि चारों शहर स्थित एक होटल में हत्या की बातचीत कर रहे थे. संदेह के आधार पर उन्हें गिरफ्तार कर सुरक्षित ठिकाने पर रखा गया है. पुलिस के कोई भी अधिकारी गिरफ्तारी के मसले पर कुछ नहीं बोल रहे है.