दोनों ने बुधवार को सीतामढ़ी जेजेबी के समक्ष आत्मसमर्पण किया था और बुधवार की देर शाम सिकंदरपुर रिमांड होम पहुंचे थे. इन दोनों पर हत्या व लूट के मामले दर्ज हैं. दोनों सीतामढ़ी के सोनबरसा के रहने वाले हैं. घटना की सूचना पर जिला बाल संरक्षण इकाई की सहायक निदेशिका रोजी रानी, सीपीओ एमएन मिश्र ने रिमांड होम पहुंचकर जांच की. आपस में उलङो सभी बंदियों में सुलह करायी.
Advertisement
वर्चस्व को लेकर बाल बंदियों को पीटा
मुजफ्फरपुर: सिकंदरपुर बाल सुधार गृह (रिमांड होम) में वर्चस्व को लेकर दो बाल बंदियों की जमकर पिटाई हुई. इसमें एक बाल बंदी को काफी चोट आयी है. गुरुवार की देर शाम बाल बंदी का सदर अस्पताल में इलाज कराया गया. पिटाई खाने वाले दोनों बाल बंदी दो जनवरी को सीतामढ़ी जेजेबी बोर्ड में पेशी के […]
मुजफ्फरपुर: सिकंदरपुर बाल सुधार गृह (रिमांड होम) में वर्चस्व को लेकर दो बाल बंदियों की जमकर पिटाई हुई. इसमें एक बाल बंदी को काफी चोट आयी है. गुरुवार की देर शाम बाल बंदी का सदर अस्पताल में इलाज कराया गया. पिटाई खाने वाले दोनों बाल बंदी दो जनवरी को सीतामढ़ी जेजेबी बोर्ड में पेशी के बाद वहां से भाग निकले थे.
रिमांड होम के प्रभारी अधीक्षक सह शिक्षक उमेश कुमार ने बताया कि गुरुवार की शाम करीब चार बजे इस घटना की जानकारी मिली. बाल संरक्षण इकाई को इसकी सूचना दी गयी और दोनों बाल बंदियों को बाहर निकाला. इनमें से एक को अधिक चोट लगी जिसका इलाज कराया गया. इसके बाद पिटाई खाये दोनों बाल बंदियों की अन्य बाल बंदियों के साथ आपस में दोस्ती करायी गयी है. मामले की जांच चल रही है. इन सभी में पुराना आपसी विवाद था.
वहीं, सदर अस्पताल में इलाज कराने आये बाल बंदी ने बताया कि बुधवार की रात ही करीब डेढ़ दर्जन बाल बंदियों ने रंगदारी मामले को अपने ऊपर लेने के लिए दबाव डाला. उनकी बात नहीं मानने पर पानी के पाइप से पिटाई की.
पुरानी रंजिश का लिया बदला
रिमांड होम में बाल बंदियों के बीच हुई मारपीट की घटना नयी बात नहीं है. यहां दो तीन माह में एक-दो बार वर्चस्व को लेकर बंदियों के बीच मारपीट होती रहती है. सीतामढ़ी के जिन दो बालबंदियों की पिटाई हुई है, पूर्व में इनसे पिटाई खाये बाल बंदियों का रिमांड होम में खौफ था. रिमांड होम में सीतामढ़ी व शिवहर जिले के बाल बंदियों संख्या एक दर्जन से अधिक थी. उसी वक्त ये सभी मुजफ्फरपुर जिले के बाल बंदियों से रंगदारी मांगते थे. लेकिन छह माह पूर्व सीतामढ़ी के सबसे खतरनाक बाल बंदी को मुजफ्फरपुर से पटना ट्रांसफर कर दिया गया. वहीं दो जनवरी को रिमांड होम से फरार सात बाल बंदियों में अधिकांश सीतामढ़ी शिवहर जिले के थे. इसके बाद सीतामढ़ी के बाल बंदियों की संख्या कम हो गयी. जब बुधवार की रात सीतामढ़ी के दोनों बाल बंदी वापस रिमांड होम में लौटे तो पूर्व में इनके द्वारा सताये गये बाल बंदियों ने मिलकर इनकी पिटाई कर दी.
बाल बंदियों में आपस में कुछ बहस हुई जिसको लेकर मारपीट हुई है. घटना की जांच की जा रही है. रिमांड होम में रह रहे सभी बाल बंदियों को समझाकर शांत किया गया है. एमएन मिश्र, सीपीओ
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement