मुजफ्फरपुर: सफाई व्यवस्था को लेकर निदान को हुए भुगतान पर सवाल खड़ा हो गया है. यह सवाल नारकीय स्थिति ङोल रही शहर की जनता ने लोकायुक्त के सामने खड़ा किया है. लोगों ने पत्र लिख कर लोकायुक्त के यहां शहर की नारकीय स्थिति को लेकर शिकायत की है. पत्र में लोगों ने निगम प्रशासन की ओर से निदान को किये गये अब तक के भुगतान की जांच कराने की मांग की है.
इसके बाद लोकायुक्त ने इस संबंध में नगर विकास व आवास विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिख कर उक्त मामले में जवाब मांगा है. शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर शहरवासियों ने कई गंभीर मामलों को लोकायुक्त के समक्ष रखा है. बताया है कि निदान की सफाई व्यवस्था चौपट हो चुकी है. आरोप है कि उसके बावजूद मेयर व नगर आयुक्त द्वारा निदान को हर महीने लाखों रुपये भुगतान किया जा रहा है. लोगों ने निदान को मिले वार्डो के सफाई कार्य की जांच कराने की भी मांग की है.
सिकंदरपुर पंप चालू
बंद सिकंदरपुर पंप बुधवार को चालू कर दिया गया. निगम के जल कार्य अधीक्षक उदय शंकर प्रसाद सिंह ने बताया कि सिकंदरपुर बांध से हो कर गुजर रही पाइप लाइन की मरम्मति के बाद पंप को चालू कर दिया गया है.
नहीं हुई नालों की उड़ाही
लोगों ने बताया है कि निदान के किसी वार्ड में नाला की उड़ाही नहीं हुई है. सड़कों पर नाले उफना कर बह रहे हैं. गली–गली में कूड़े का अंबार लगा है. ऐसे में निदान को लाखों भुगतान किया जाना जायज नहीं है.इसके अलावा निदान के भुगतान से जुर्माने की राशि कटती है या नहीं इस पर भी सवाल उठाया है. उक्त मामलों में लोकायुक्त ने जवाब मांगा है.