मुजफ्फरपुर: श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज में नये शैक्षणिक सत्र 2015-16 में नामांकन कराने वाले यूजी एवं पीजी के छात्रों को छात्रवास नहीं मिल पायेगा. छात्रावास में जगह ही नहीं है. इससे मेडिकल प्रशासन को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है.
प्राचार्य ने इस स्थिति से सरकार को गत वर्ष नवंबर महीने में ही अवगत करा दिया था. तब इसे गंभीरतापूर्वक लेते हुए सरकार के मुख्य सचिव सहित स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की बैठक में नये छात्रवास बनाने को हरि झंडी दे दी. लेकिन आज तक इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं की जा सकी है.
मालूम हो कि यहां पहले यहां केवल एमबीबीएस की पढ़ाई होती थी. इसके लिए केवल पचास सीटें थीं. इसी के हिसाब से यहां छात्रों के लिए छात्रावास बनाये गये थे. शैक्षणिक सत्र 2013-14 से यहां एमबीबीएस की सीटें बढ़ाकर एक सौ कर दी गयीं. अब सत्र 2013-14 व 2014-15 के यहां दो सौ छात्र-छात्राएं हैं. इसके पूर्व के चार सेमेस्टर के भी इतने ही छात्र-छात्राएं हैं. इसके अलावा इंटर्नशिप के छात्र हैं. इसके अलावा पीजी के दो सत्र के छात्र भी यहां रह कर पठन-पाठन कर रहे हैं. प्राचार्य की मानें तो सत्र 2014-15 के छात्रों का नामांकन लेने के बाद ही यहां के छात्रावासों में जगह कम पड़ गयी थी. लेकिन उन्हें किसी-किसी तरह से समायोजित कराया गया. अब कोई गुंजाइश नहीं बनती.
छात्रावासों में जगह कम पड़ गयी है. कुछ छात्रों को किसी तरह एक-दूसरे छात्र के साथ रहने के लिए जगह दी गयी है. अगले सत्र से भारी समस्या उत्पन्न हो जायेगी. एक वर्ष पहले इस समस्या की संभावना जतायी गयी थी. तब मुख्य सचिव के साथ हुई बैठक में हल निकालने का निर्णय हुआ था. लेकिन उसे दिशा में आज तक कोई ठोस पहल नहीं हो सकी है.
डॉ डीके सिन्हा, प्राचार्य, श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज