मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि के मूल्यांकन के लिए नैक की पियर टीम अप्रैल 2015 में आने वाली है. नैक की प्राथमिकता में शिक्षक, शिक्षा, छात्र व संस्थान की गुणवत्ता है. इससे वह समझौता नहीं करती. यह बात तब सामने आयी है जब एलएस कॉलेज को हाल ही में ग्रेड ‘ए’ देने के बावजूद नैक ने दस कमियां गिनायी हैं. इन कमियों विवि प्रशासन ने काम शुरू कर दिया है ताकि नैक टीम को किसी भी स्तर पर कोई भी कमी नहीं मिले.
विवि प्रशासन नैक से ग्रेड ‘ए’ लेने की तैयारी में है. इसके लिए सभी प्रयास किये जा रहे हैं. कुलपति डॉ पंडित पलांडे इस मामले में नैक कमेटी एवं इंटरनल क्वालिटी असेसमेंट सेल (आइक्यूएसी) से लगातार अपना अनुभव शेयर कर रहे हैं. वीसी पूर्व में नैक की पियर टीम के अध्यक्ष रह चुके हैं.
कई संस्थानों से जुड़ेंगे विभाग : विवि के कई पीजी विभाग शोध और शिक्षण को लेकर अन्य संस्थानों से भी बहुत जल्द जुड़ेंगे. इस दिशा में कार्य शुरू कर दिया गया है. हिंदी विभाग बिहार राष्ट्रभाषा परिषद, हिंदी साहित्य सम्मेलन और बिहार हिंदी ग्रंथ अकादमी पटना से जुड़ेगा. इसी तरह इतिहास विभाग प्राकृत जैन शास्त्र एवं अहिंसा शोध संस्थान बासोकुंड, सरैया व काशी प्रसाद जायसवाल शोध संस्थान पटना से जुड़ेगा.
नैक मूल्यांकन के लिए कई महीने से कार्य कराये जा रहे हैं. अभी हाल में एलएस कॉलेज में जो कमियां गिनायी गयी हैं, उन्हें दूर करने की दिशा में कार्य शुरू कर दिया गया है ताकि अप्रैल में नैक की पियर टीम को कोई कमी नहीं दिखने पाये.
डॉ कल्याण कुमार झा,
निदेशक, आइक्यूएसी, बीआरए बिहार विवि