मुजफ्फरपुर: शहर को पॉलीथिन मुक्त बनाने के लिए विभिन्न संस्थाओं ने पहल शुरू कर दी है. संस्कार भारती की महानगर इकाई ने अगले महीने से इस अभियान को शुरू करने की घोषणा की है. इसके तहत संस्था के सदस्य घरों में जाकर पॉलीथिन के खतरे से लोगों को परिचित करायेंगे. साथ ही घर के लोगों से इसका प्रयोग नहीं करने का संकल्प भी लेंगे. संस्था की महानगर अध्यक्ष व एमएसकेबी कॉलेज के प्राचार्य डॉ ममता रानी ने कहा कि पॉलीथिन के खतरे को हम सभी जानते हैं. पॉलीथिन बैग के साथ कई और चीजें हैं, जिससे हमलोगों को परहेज करना होगा. डिस्पोजेबल गिलास, थाली भी इसी श्रेणी में है.
हमलोग घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करने की प्लानिंग कर रहे हैं. इसके अलावा कॉलेज में सेमिनार का आयोजन व चौक चौराहों पर लोगों के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जायेगा. उद्भव कला केंद्र के निदेशक गोपाल फलक भी शहर में पॉलीथिन मुक्ति के लिए पेंटिंग प्रदर्शनी लगाने की तैयारी में है. उन्होंने बताया कि इसके लिए लगातार पेंटिंग बनाये जा रहे हैं. उनके अलावा संस्था के छात्र पेंटिंग बनाने में लगे हैं. जल्द ही शहर में प्रदर्शनी लगाकर लोगों को जागरूक किया जायेगा.
दुकानदारों ने छोड़ी पॉलीथिन
पिछले दस वर्षो से पॉलीथिन बैग का उपयोग नहीं कर रहे एलआइसी अधिकारी मनोज कुमार वर्मा की पहल से अब लोग जागरूक हो रहे हैं. गोशाला स्थित कई दुकानदारों ने भी पॉलीथिन छोड़ने की पहल की है. श्री वर्मा ने कहा कि पॉलीथिन बैग से मुक्ति के लिए वे कई वर्षो से अभियान चला रहे है. व्यक्तिगत स्तर पर वे हमेशा अपने परिचितों व दुकानदारों को पॉलीथिन का उपयोग नहीं करने की सलाह देते रहे हैं. अब मुहल्ले के कुछ लोगों के साथ मिलकर सामूहिक स्तर पर पॉलीथिन मुक्ति अभियान चलाने की तैयारी में जुटे हैं. गौशाला निवासी साहित्यकार श्यामल कुमार, पंकज कर्ण मुहल्ले में लोगों को पॉलीथिन का उपयोग नहीं करने की सलाह दे रहे हैं.