मुजफ्फरपुर: शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार की सुबह में ही जिला शिक्षा पदाधिकारी का आवास घेर लिया. शिक्षकों ने डीइओ आवास पर खूब नारेबाजी की. शिक्षकों के आक्रोश को देख कर डीइओ आवास छोड़ कर भाग गये. शिक्षकों का कहना था कि कार्यालय के अधिकारी व कुछ कर्मचारियों के कारण शिक्षक चक्रव्यूह में फंस जाते हैं. विभागीय अधिकारियों के रवैये के कारण शिक्षकों को उचित हक से भी वंचित होना पड़ रहा है.
मुजफ्फरपुर जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रसाद सिंह, प्रधान सचिव राज किशोर तिवारी, उप प्रधान सचिव भूप नारायण पांडेय व कोषाध्यक्ष वैद्यनाथ पाठक ने बताया कि प्रवरण वेतनमान का आदेश निर्गत करने में शिक्षा विभाग शिक्षकों का आर्थिक दोहन करता है. इसके बाद पिक एंड चूज के तहत आदेश निर्गत किया जाता है.
अबतक पांच सौ शिक्षकों के प्रवरण वेतनमान के आदेश के विपरीत 105 शिक्षकों के वेतन भुगतान का आदेश निर्गत हो सका है. वर्ष 2004 से मैट्रिक प्रशिक्षित शिक्षकों को प्रवरण वेतनमान देने में समय का बहाना बनाकर कार्यालय पल्ला झाड़ रहा है. सेवानिवृत शिक्षकों के सेवांत लाभ में बिचौलिये का बोलबाला है. और आर्थिक दोहन के बिना कोई काम नहीं होता है. अब शिक्षकों के समक्ष करो या मरो की स्थिति बन गयी है. नेताओं ने कहा कि कार्यालय भ्रष्टाचार में डूबा है.
मौके पर शत्रुघ्न प्रसाद सिंह, उपेंद्र ठाकुर, महेंद्र प्रसाद सिंह, शशिभूषण चौधरी, लखेंद्र सिंह, राज किशोर सिंह, पंकज कुमार, राम छबीला राय, शंभू प्रसाद सिंह, फूलबाबू सिंह, मणि कुमार, अशोक कुमार, श्याम सुंदर सिंह, उमेश प्रसाद ठाकुर, हरिशंकर राय, कृष्ण कुमार, राम मनोहर शाही ने शिक्षकों से आंदोलन में डटे रहने का आह्वान किया है.