मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि के अधिकारियों ने कॉपी खरीद में हुई नियमों की अनदेखी की बात स्वीकार ली है. सोमवार को नव नियुक्त प्रभारी कुलपति डॉ रवि वर्मा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में अधिकारियों ने माना कि कॉपी खरीद से पहले इसके लिए सेल एंड पर्चेज, फाइनेंस, सिंडिकेट व सीनेट की अनुमति ली जानी चाहिए थी.
ऐसा नहीं कर विवि नियमों का पालन नहीं किया गया. पर साथ ही अधिकारियों ने स्नातक पार्ट वन के 95 हजार छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए इस विवाद को सुलझाने की दिशा में पहल का निर्णय लिया. इसके तहत विवि जल्द ही इस मामले को सेल एंड पर्चेज कमेटी की बैठक में रखेगी और वहां सदस्यों को छात्र हित में कोई फैसला लेने की अपील करेगी.
इस संबंध में कुलपति डॉ वर्मा ने बताया कि कॉपी खरीद में गड़बड़ी हुई है. पर विवि का पहला कर्तव्य छात्र हितों का ध्यान रखना है. कॉपी खरीद के विवाद के कारण फिलहाल स्नातक पार्ट वन के छात्रों को अब तक अंक पत्र नहीं मिल पाया है. इससे स्नातक पार्ट थर्ड की परीक्षा भी प्रभावित हो रही है. सेल व पर्चेज कमेटी में सदस्यों के समक्ष यह बात रखी जायेगी. उनकी सहमति से ही आगे कोई निर्णय लिया जायेगा. इससे पहले पूर्व प्रभारी कुलपति डॉ प्रसून कुमार राय ने भी कॉपी भुगतान नियमों के आधार पर करने की बात कही थी.
तीन दिनों में संचिकाओं का निपटारा
नये कुलपति ने विवि में लंबित मामलों पर चिंता जतायी. उन्होंने बैठक में अधिकारियों को अपने कर्तव्यों के साथ-साथ मानवीय रवैया अपनाने की नसीहत दी. उन्होंने कहा कि शिक्षक, कर्मचारी या छात्र के हितों से जुड़े किसी भी संचिका का निपटारा अधिकतम दो से तीन दिनों में हो जानी चाहिए. वे खुद इसका ख्याल रखेंगे कि उनके कार्यालय में भी यह लागू हो.
बैठक में प्रति कुलपति डॉ राजेंद्र मिश्र, कुलसचिव डॉ एपी मिश्र, कुलानुशासक डॉ एके श्रीवास्तव, वित्त पदाधिकारी डॉ जेपीएन सिंह, सीसीडीसी डॉ विनोद प्रसाद सिंह, विधि अधिकारी डॉ विजय कुमार जायसवाल, छात्र कल्याण के अध्यक्ष डॉ एनके सिंह, लोक सूचना पदाधिकारी डॉ रघुनंदन प्रसाद सिंह व विकास अधिकारी डॉ विपिन कुमार राय भी मौजूद थे.