मुजफ्फरपुर: तेरे दरबार में मैं जज्ब-ए-कामिल लेकर आया हूं, मुरादे सब लेकर आया है, मैं दिल लेकर आया हूं. सुलतानपुर से आये मौलाना मो अरशद वारसी ने जब वारिस पिया की शान में कसीदे पढ़े तो लोगों ने तालियों से उनका स्वागत कया. मौका था बुधवार को मझौलिया के चक अब्दुल वाहिद रोड में जश्न-ए-वारिस पाक का.
इस मौके पर वारिस पिया के दरबार में हाजिरी देने सैकड़ों अकीदतमंद पहुंचे. महबूब गौहर ने दिलो दिमाग में दबा के बैठे हैं, अजीब रंग है सब्ज है मौसम है, हमें तो लगता है वारिस अली भी आ के बैठे हैं कलाम प्रस्तुत कर लोगों को मुग्ध कर दिया. मौलाना हसनैन वारसी इलाहाबादी ने कहा कि वारिस भी रसूलवार के सुन्नत के पीलर हैं. सुनो सुनो मुहब्बत करो मुहब्बत ही खुदा है.
असलम दिलवर सीतामढ़ी ने कहा कि हर तरफ बांटते हैं उजाले सैयदी वारिस पाक वाले, वाकई हैं बड़े भोले-भाले सैयदी वारिस पाक वाले भी काफी पसंद की गयी. इस मौके पर शायर रियाज खां दरभंगवी व अजीमुल्लाह मुजफ्फरपुरी ने भी सरकार वारिस पाक की शान में मनकबद पढ़े. साथ ही योगेंद्र सिंह गंभीर ने वारिस अली की शान में कसीदे पढ़े. रात भरे वारिस मिया की शान में चले आयोजन के बाद सुबह 4.13 बजे कार्यक्रम के संयोजक मो फखरुद्दीन मुन्ना वारसी ने कुल व सलाम पेश किया गया. इस मौके पर शहर के सभी धर्मो के लोगो की भागीदार रही.