मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विवि व उसके अंगीभूत कॉलेजों में एंटी रैगिंग मैकेनिज्म लागू किया जायेगा. यूजीसी की सख्ती के बाद इसके लिए पहल शुरू हो गयी है. इस संबंध में जल्द ही सभी विभागाध्यक्षों व कॉलेज प्राचार्यों को पत्र लिखा जायेगा.
यूजीसी ने रैगिंग को आपराधिक मामला मानते हुए इसके खात्मे की योजना बनायी है. इसके लिए प्रत्येक उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए एंटी रैगिंग मैकेनिज्म का निर्माण किया गया है. इसके अंतर्गत रैगिंग की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए विवि व कॉलेजों के सभी प्रमुख स्थलों पर सीसीटीवी कैमरा व अलार्म बेल लगाने का प्रावधान है. इसके अलावा प्रत्येक संस्थान में एंटी रैगिंग कमेटी व एंटी रैगिंग स्क्वायड का भी गठन होना है, जो समय-समय पर कॉमन रू म, हॉस्टल आदि का औचक निरीक्षण करेगी.
समय-समय पर छात्र-छात्राओं की काउंसेलिंग व रैगिंग में दोषी पाये जाने पर सजा के प्रावधानों का विभिन्न प्रचार माध्यमों से प्रचारित भी करना है. एंटी रैगिंग मैकेनिज्म के तहत छात्र-अभिभावक कम्युनिटी का गठन भी किया जाना है, जो एंटी रैगिंग हेल्पलाइन, एंटी रैगिंग वेबसाइट से जुड़ा रहेगा. कुलानुशासक डॉ अजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि यूजीसी के निर्देशानुसार सभी कॉलेजों को एंटी रैगिंग मैकेनिज्म अपने यहां लागू करने का दिशा-निर्देश दिया जा रहा है.