मुजफ्फरपुर: शहर में लगातार चोरी की घटनाएं बढ़ रही है. मंगलवार की रात भी चोरों ने गोला रोड के चार दुकान सहित छह दुकान का शटर तोड़ दिया. शटर तोड़ कर करीब पांच लाख की संपत्ति पर हाथ साफ कर दिया गया.
गोला रोड में चोरी की घटना के बाद बुधवार की सुबह थोड़ी देर के लिए हंगामा भी हुआ. हालांकि आक्रोशित व्यवसायियों को समझा बुझा कर शांत कराया गया. नगर पुलिस मामला दर्ज कर चोरों की तलाश में जुटी है.
जानकारी के अनुसार, गोला रोड में मां अंबिका भंडार नाम से शंभुनाथ प्रसाद की दुकान है. चोरों ने उनके दुकान से डेढ़ सौ रुपये नगदी समेत सामान की चोरी की है. वही उनके बगल में गोविंद कुमार के गल्ले की दुकान में चोरों ने छठी बार चोरी की घटना को अंजाम दिया है. चोरों ने उनके दुकान से चार चांदी का सिक्का व डेढ़ सौ रुपये नगदी की चोरी की है. उनका कहना था कि लगातार चोरी की वारदात हो रही है. लेकिन पुलिस घटना रोकने में अक्षम है. छोटन चौधरी की ओम दाल भंडार में भी साढ़े छह सौ रुपये नगदी की चोरी की गयी है, जबकि रमेश गुप्ता की ओम दाल भंडार में चोरों ने चौथी बार धावा बोल कर दो हजार नगदी पर हाथ साफ कर दिया.
वार्ड पार्षद केपी पप्पू ने बताया कि यह चारों दुकान एक कतार है. चोरों ने सेंध लगा कर एक दुकान में घुस कर अंदर से ही चारों दुकान में हाथ साफ कर दिया. गोला रोड के व्यवसायी चोरों के निशाने पर है. बार-बार चोरी की घटनाएं हो रही है. पूर्व में भी नगर डीएसपी व नगर थानाध्यक्ष व्यवसायियों के साथ बैठक सुरक्षा व गश्ती बढ़ाने का आश्वासन दे चुके है. लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला. अब तक पुरानी बाजार नाका को भी चालू नहीं किया गया है.
इधर, बुधवार की सुबह एक साथ चार दुकानों का शटर टूटने की घटना के बाद व्यवसायी आक्रोशित हो गये. नगर थाने के दारोगा विश्वनाथ प्रसाद सिंह ने मौके पर पहुंच कर दुकानदारों का बयान दर्ज किया .
पुलिस कर्मियों की कमी
शहरी क्षेत्र के थानों में पुलिस कर्मियों की कमी के कारण भी अपराध नियंत्रण में बाधक साबित हो रही है. बताया जाता है कि पूर्व से तय पुलिस कर्मियों की संख्या के अनुरुप भी पदाधिकारी थानों में तैनात नहीं है. एक-एक अफसर लगातार 20-20 घंटे डयूटी करने को बाध्य है. बेला थाने की मोबाइल जीप कई दिनों से खराब है. वही मिठनपुरा में भी एक गश्ती गाड़ी अक्सर गराज में ही लगी रहती है. हालांकि एसएसपी इस बात को स्वीकार करते है. लेकिन उनका कहना था कि जो संसाधन उपलब्ध है, उसमें बेहतर काम किया जा रहा है.