मुजफ्फरपुर: विजिलेंस इंस्पेक्टर सुशील कुमार नशे की हालत में बुधवार को आयुक्त के चैंबर में घुस गये. इंस्पेक्टर को नशे की हालत में देख आयुक्त नर्मदेश्वर लाल ने फौरन एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार को तलब कर इंस्पेक्टर की मेडिकल जांच कराने का आदेश दिया.
वही निगरानी एसपी अनिल कुमार सिंह को पूरे मामले की जानकारी दी गयी. इंस्पेक्टर के कारनामे के बारे में सुन कर वे फौरन आयुक्त से मिलने पहुंच गये. निगरानी एसपी का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद मामले में आगे की कार्रवाई की जायेगी.
बताया जाता है कि विजिलेंस कार्यालय में तैनात इंस्पेक्टर सुशील कुमार बुधवार को विभागीय काम से आयुक्त कार्यालय गये थे. कार्यालय पहुंच कर वह कमिश्नर के चैंबर में घुसने लगे, जिस पर गेट पर तैनात सुरक्षा गार्ड ने उन्हें रोक दिया. सुरक्षा गार्ड की बातों को अनसुना करते हुए वे आयुक्त नर्मदेश्वर लाल के चैंबर में घुसने का प्रयास करने लगे, जिससे मौके पर गार्ड से उनकी तू-तू-मैं-मैं हो गयी. गेट पर हंगामा होता देख आयुक्त ने सचिव को बुलाया. इसी बीच इंस्पेक्टर उनके चेंबर में गार्ड के मना करने के बाद भी जबरदस्ती घुस गये. इंस्पेक्टर के बातचीत के अंदाज से आयुक्त नाराज हो गये. नशे की हालत में इंस्पेक्टर को देख उन्होंने फौरन एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार को तलब किया. आयुक्त ने एसडीओ पूर्वी को इंस्पेक्टर का मेडिकल जांच कराने का आदेश दिया. इसी बीच आयुक्त कार्यालय से निगरानी एसपी को पूरे मामले की जानकारी दी गयी. वे तुरंत आयुक्त कार्यालय पहुंचे. एसडीओ व नगर थाने में तैनात दारोगा नसीम अहमद विजिलेंस इंस्पेक्टर को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे.
प्रारंभिक जांच में नशे की पुष्टि
डॉक्टरों ने उनका ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है. बताया जाता है कि प्रारंभिक जांच में इंस्पेक्टर के नशे में होने की पुष्टि की गयी है. मेडिकल जांच कराने के बाद इंस्पेक्टर को छोड़ दिया गया है. इंस्पेक्टर सुशील कुमार 1985 बैच के दारोगा हैं. वह कई साल से निगरानी में तैनात हैं. इधर, नगर थानाध्यक्ष सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि ब्लड सैंपल को जांच के लिए एफएसएल भेजा जायेगा. हालांकि इस बाबत देर शाम तक नगर थाने में किसी भी प्रकार की लिखित शिकायत दर्ज नहीं करायी गयी है.
कमिश्नर ने मांगी रिपोर्ट
तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त नर्मदेश्वर लाल ने एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार से इंस्पेक्टर सुशील कुमार का मेडिकल जांच कराने के बाद पूरी रिपोर्ट तलब की है. बताया जाता है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद उन पर विभागीय कार्रवाई भी की जा सकती है.
सर, हम दारू नहीं, बीयर पीये हैं..
विजिलेंस इंस्पेक्टर सुशील कुमार जब बुधवार को आयुक्त के चैंबर में घुसे, तो बातचीत के लहजे से आयुक्त को लगा कि वह नशे में हैं. उन्होंने सचिव को फौरन तलब कर लिया. सचिव के समक्ष ही उन्होंने इंस्पेक्टर से पूछा कि तुम दारू पीकर अंदर आये हो. इंस्पेक्टर ने आयुक्त से कहा कि सर, हम झूठ नहीं बोलेंगे. दारू नहीं, हम बीयर पीये हुए हैं. इंस्पेक्टर के मुंह से बीयर पीने की बात स्वीकार करने पर आयुक्त ने फौरन उसका मेडिकल जांच कराने का आदेश दिया.