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मुजफ्फरपुर : सरस्वती पूजा आज, शहर हुआ भक्तिमय
मुजफ्फरपुर : विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा की तैयारी शहर में जोरों पर है. शनिवार को शहर के मुख्य चौराहों के अलावा गली-मुहल्लों में पंडाल बनाने का काम अंतिम चरण में दिखा. पूजा को लेकर छात्रों का उत्साह देखते बन रहा है. कोई पंडाल बनवाने सहित पूजा की व्यवस्था में लगा है, तो […]
मुजफ्फरपुर : विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा की तैयारी शहर में जोरों पर है. शनिवार को शहर के मुख्य चौराहों के अलावा गली-मुहल्लों में पंडाल बनाने का काम अंतिम चरण में दिखा. पूजा को लेकर छात्रों का उत्साह देखते बन रहा है.
कोई पंडाल बनवाने सहित पूजा की व्यवस्था में लगा है, तो कोई मूर्तियों की खरीदारी में. छात्र अलग-अलग समूह बना कर तैयारी में जुटे हैं. छात्र-छात्राओं के हॉस्टल से लेकर विभिन्न स्कूल व कोचिंग संस्थान सजाये जा रहे हैं. रौलेक्स, रंग-बिरंगे बल्ब, चांदनी व रंगीन झालरों से सजावट की जा रही है.
गली-मुहल्लों में भी तख्तों को एक साथ जोड़ कर स्टेज बनाया जा रहा है. हालांकि इस बार डीजे व म्यूजिक सिस्टम का प्रयोग नहीं होने के कारण कोलाहल नहीं है, लेकिन मां के प्रति आस्था में कोई कमी भी नहीं है.
ड्यूक हॉस्टल में की जा रही सजावट
ड्यूक हॉस्टल में पूजा की तैयारी जमकर हो रही है. प्रतिमा स्थापित करने के लिए स्टेज बन कर तैयार हो चुका है. छात्र पूरी आस्था से पूजा की तैयारी में जुटे हैं. यहां रंग-बिरंगे बल्बों से सजावट की जा रही है. मां की पूजा के लिए प्रसाद बनाने की भी यहां व्यवस्था की गयी है. बसंत पंचमी के दिन यहां सुबह मां की पूजा की जायेगी. इसके बाद यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे.
कलाकारों ने सजाया मां का दरबार
चतुर्भुज स्थान में कलाकारों की ओर से भी इस बार मां की पूजा की जा रही है. इसमें नर्तक, नर्तकियां व वादक कलाकारों की मुख्य भूमिका है. धर्म के बंधनों से ऊपर उठ कर यहां विभिन्न धर्मों के लोग पूजा में जुटे हुये हैं.
पूजा कमेटी के संरक्षक पाले खां कहते हैं कि यहां कोई भेद नहीं है. सभी लोग मिल जुल कर विधि-विधान से पूजा कर रहे हैं. मां की पूजा के बाद माता का जागरण किया जायेगा. इसमें यहीं के कलाकारों की भागीदारी होगी.
दूसरी पीढ़ी संभाल रही पूजा की परंपरा
जेल रोड स्थित नवरंग परिषद की ओर से भी पूजा की तैयारी की जा रही है. परिषद के करीब दो दर्जन सदस्य पूजा के लिए पंडाल बनाने व सजावट में जुटे हैं. यहां पर पूजा की शुरुआत 32 वर्ष पूर्व हुई थी. इसके बाद से लगातार पूजा की परंपरा जारी है. एक पीढ़ी के बाद अब दूसरी पीढ़ी पूजा की तैयारी में जुटी है. परिषद के अभिमन्यु व मोनू ने बताया कि हमलोग आपसी सहयोग से हर साल पूजा करते हैं.
सुबह से मां सरस्वती का पूजन मुहूर्त
वसंत पंचमी पर रविवार को सुबह से ही मां सरस्वती की पूजा का मुहूर्त है. धर्म संसद के अध्यक्ष पं. विनय पाठक ने कहा कि सुबह से ही मां सरस्वती की पूजा का मुहूर्त है. यह दिन भर चलेगा. सूर्योदय के बाद से ही मां की पूजा शुरू हो जायेगी.
चमकदार मोतियों वाले मुकुट बनी पसंद
मां सरस्वती की प्रतिमा व सजावट के लिए गरीबनाथ मंदिर रोड स्थित सजावट की दुकानों में सुबह से ही भीड़ लगी रही. यहां करीब आधा दर्जन दुकानों से छात्रों ने मां सरस्वती के मुकुट खरीदे. हालांकि चमकदार मोतियों वाले मुकुट की डिमांड सबसे अधिक रही. इसके अलावा कागज के झालर, रौलेक्स, रंगीन कागज, डिजायनर बल्ब की भी खूब बिक्री हुयी. दिल्ली से मंगाये गये सजावट के फैशनेबुल आइटम भी पूजा आयोजकों की पसंद बने. यहां देर रात तक सजावट के सामान की बिक्री होती रही.
मूर्तिकारों के यहां लगा छात्रों का तांता
मूर्तियों की खराीदारी के लिये मूर्तिकारों के यहां छात्रों का ताता लगा. अघोरिया बाजार स्थित चार-पांच दुकानों के अलावा साहू रोड व कन्हौली रोड से छात्रों ने मां सरस्वती की मूर्तियां खरीदीं.
मूर्तिकार राधारमण उर्फ पप्पू ने बताया कि छोटी मूर्तियों की बिक्री अधिक हो रही है. मंझोले साइज की मूर्तियों की डिमांड कम है. सरस्वती पूजा की सुबह तक मूर्तियों की खरीदारी करने लोग पहुचेंगे. जिन लोगों ने पसंद की मूर्तियों के लिए एडवांस दिया है, वे भी रविवार को मूर्ति लेकर जायेंगे.
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