मुजफ्फरपुर : राजभवन ने अब कॉलेज या क्लास में कम समय देनेवाले या बिना सूचना अक्सर गायब रहनेवाले शिक्षकों पर शिकंजा कसना शुरू किया है. सूबे के सभी विश्वविद्यालयों से ऐसे शिक्षकों और कर्मचारियों को चिह्नित किया जा रहा है. कुलसचिव को जिम्मे दारी दी गयी है कि तीन शिक्षक और कर्मचारी को चिह्नित करें, जो कॉलेज में सबसे कम समय देते हैं. शिक्षक-कर्मचारी के नाम के साथ ही कितने दिन और घंटे काम किये, यह भी बताना है.
पीजी विभाग और कॉलेजों में शिक्षकों की नियमि त उपस्थिति को लेकर राजभवन से लगातार दिशा-निर्देश मिल रहे हैं. महीनों पहले ही बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम लगाने का निर्देश दिया गया, लेकिन प्राचार्यों की उदासीनता के कारण कई कॉलेजों में सिस्टम शुरू नहीं हो सका है. राजभवन की ओर से कहा गया है कि 15 फरवरी तक हर हाल में सभी कॉलेजों और पीजी विभागों में बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम लगवाना सुनिश्चित करें. राजभवन ने शिक्षकों के लिए प्रत्येक कार्यदिवस पर कम से कम पांच घंटे की ड्यूटी निर्धारित करने को कहा है. लैब-लाइब्रेरी व वेबसाइट अपडेट करने को कहा गया राजभवन में पि छले दि नों सभी वि श्ववि द्यालयों के कुलसचि वों की बैठक में गतिविधि यों की समीक्षा की गयी और उसमें तेजी लाने को कहा गया. लाइब्रेरी व लेबोरेटरी के साथ ही वि श्ववि द्यालय की वेबसाइट को भी अपडेट करने को कहा गया है.
सात फरवरी तक बीए पार्ट तीन फाइनल ईयर का परिणाम घोषित करें
बीए पार्ट तीन फाइनल ईयर का परिणाम हर हाल में सात फरवरी तक प्रकाशित करने के निर्देश राजभवन के स्तर से दिया गया है. इतना ही नहीं, सभी प्रतिकुलपतियों एवं परीक्षा नियंत्रकों को सभी बीएड परीक्षाओं के लंबित परिणाम 31 मार्च के पहले प्रकाशित करने को कहा गया है. राज्यपाल लालजी टंडन के निर्देश पर राजभवन के सभाकक्ष में प्रदेश के विश्वविद्यालयों के सभी प्रतिकुलपतियों की बैठक हुई. बीए पार्ट तीन फाइनल ईयर की परीक्षा आयोजित कराते हुए परिणाम भी सात फरवरी तक हर हाल में घोषित किया जाये.