मुजफ्फरपुर: प्रभात खबर की स्कॉलरशिप योग्यता परीक्षा-2014 में छात्र-छात्राओं की भीड़ उमड़ी. शुक्रवार को रामदयालु के ग्लोबल इंटरनेशनल स्कूल में दो पालियों में परीक्षा हुई. इसमें 596 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया. परीक्षा शांतिपूर्ण ठंग से संपन्न हो गयी. परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करनेवाले छात्रों को एक सौ लाख की मदद की जायेगी. इसको लेकर छात्रों में खासा उत्साह देखने को मिला.
पहली पारी की परीक्षा दोपहर बारह से दो बजे तक होनी थी, लेकिन परीक्षार्थियों के आने का सिलसिला दस बजे ही शुरू हो गया था. बड़ी संख्या में परीक्षार्थी ग्लोबल इंटरनेशनल स्कूल पहुंच रहे थे. ये अपने परीक्षा कक्ष की जानकारी ले रहे थे. परीक्षा को लेकर स्कूल में खास इंतजाम किये गये थे. स्कूल प्रबंधन की ओर से छात्रों को किसी तरह की तकलीफ नहीं होने इसका पूरा ध्यान रखा गया था. स्कूल गेट पर रोल नंबर के हिसाब से बैठने की व्यवस्था की जानकारी दी गयी थी. इसमें देख कर अपने कक्ष के बारे में छात्रों को जानकारी मिल रही थी. दोपहर में साढ़े ग्यारह बजे जैसे ही स्कूल का गेट खुला, परीक्षार्थी अपने कमरों में पहुंच गये. इसके बाद 12 बजे से पहले पाली की परीक्षा शुरू हुई. इसमें गणित व सामान्य विज्ञान से जुड़े सवाल पूछे गये थे. पहली पॉली में 288 परीक्षार्थियों ने भाग लिया.
वहीं, द्वितीय पाली की परीक्षा तीन बजे से पांच बजे तक हुई. इस परीक्षा में 308 परीक्षार्थियों ने भाग लिया. परीक्षार्थियों ने काफी शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा दी. काफी ध्यान से सारे सवालों को हल किया. इस परीक्षा में एक गलत सवाल के लिए एक अंक की निगेटिव मार्किग की जानकारी परीक्षार्थियों को थी. इसी वजह से बहुत सोच-समझ का वे सवालों का जवाब लिख रहे थे.
100 लाख रुपये मूल्य की स्कॉलरशिप परीक्षा में हर छात्रों के लिए परीक्षा उम्मीदों से भरी थी. प्रभात खबर स्कॉलरशिप परीक्षा में परीक्षार्थी एडमिट कार्ड के साथ आये परीक्षा केंद्र पर पहुंचे थे. एडमिट कार्ड के अलावे कोई भी कागज अंदर नहीं ले जाने दिया गया. सभी परीक्षार्थी परीक्षा शुरू होने से एक घंटे पूर्व पहुंच गये थे. इसमें पारस एचएमआरआइ हॉस्पिटल, मार्गदर्शन व मेडिको 50 ने साथ दिया. परीक्षा के आयोजन में प्रभात खबर के बिजनेस हेड निर्भय सिन्हा, प्रसार प्रबंधक अमरेश झा व विज्ञापन प्रबंधक निश्चल श्रीवास्तव, लेखा प्रबंध अनिरुद्ध कुमार, कुमारी ज्योति समेत प्रबंधन व विज्ञापन से जुड़े प्रतिनिधियों ने विशेष भूमिका निभाई. ग्लोबल इंटरनेशनल स्कूल की प्राचार्य के अलावा प्रबंधन से जुड़े अन्य लोग भी सक्रिय थे. स्कूल के स्टॉफ की ओर से परीक्षा देने आये छात्रों की मदद की गयी. उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसका ख्याल रखा गया.