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आंधी-बारिश व ओलावृष्टि से किसानों की टूट रही कमर
मुजफ्फरपुर : एक माह में तीसरी बार आयी आंधी, बारिश व ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड़ दी है. किसानों की मेहनत की कमाई बर्बाद हो रही है. कर्ज लेकर खेती करने वाले किसानों का और भी बुरा हाल है. प्रभावित किसानों को अब तक मुआवजा नहीं मिला है. प्रखंड से लेकर जिला स्तरीय कृषि […]
मुजफ्फरपुर : एक माह में तीसरी बार आयी आंधी, बारिश व ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड़ दी है. किसानों की मेहनत की कमाई बर्बाद हो रही है. कर्ज लेकर खेती करने वाले किसानों का और भी बुरा हाल है. प्रभावित किसानों को अब तक मुआवजा नहीं मिला है. प्रखंड से लेकर जिला स्तरीय कृषि अधिकारी किसानों को सर्वे का हवाला व आश्वासन दे रहे हैं. को-ऑपरेटिव बैंक उपाध्यक्ष वीरेंद्र राय ने कहा कि आधी, बारिश व ओलावृष्टि से किसानों को नुकसान हो रहा है. सरकार व विभाग किसानों को मुआवजा देने के बजाये सर्वे करा रही है. जिला कृषि पदाधिकारी डॉ केके वर्मा ने कहा कि सर्वे का काम पूरा कर क्षति की रिपोर्ट भेज दी गयी है. किसानों को इस माह के अंत तक क्षति का मुआवजा मिल जायेगा.
हथौड़ी में दो दर्जन परिवार बेघर
हथौड़ी. क्षेत्र में तूफान से दो दर्जन परिवार बेघर हो गये. वहीं आधा दर्जन लोग जख्मी हुए हैं. घायलों को इलाज के लिए एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया है. बलुआहां पंचायत के वार्ड संख्या 12 को प्रभावित किया है. इस वार्ड के निवासी शिला देवी, अर्जुन सहनी, मिथिलेश सहनी, कमलेश सहनी, राजनरायण सहनी व गजेंद्र सहनी के घर पर लगे एस्बेस्टस तेज हवा में उड़ गये. सुरेश सहनी की मां उर्मिला देवी जख्मी हो गयी. मड़वन में लाखों की क्षति
मड़वन. आंधी पानी को लेकर प्रखंड के पकड़ी, मड़वन करजा, कोदरिया, भटौना सहित दर्जनों गांवों में कई आम के पेड़ उखड़ जाने के साथ साथ आम लीची के फसल नष्ट हो गयी.
पारू में पेड़ व चहारदीवारी गिरने से दो की मौत
पारू : तूफान से प्रखंड क्षेत्र में दो लोगों की जान चली गयी. रविवार की देर रात लालू छपरा गांव निवासी स्व. राम सेवक भगत के 36 वर्षीय पुत्र रणजीत कुमार भगत अपने घर में सोये थे. उनके घर के बगल में एक विशाल सेमर का पेड़ था. रात में साेते वक्त पेड़ टूट कर उनके घर पर गिर गया. पेड़ गिरने की आवाज पर ग्रामीण घर की तरफ दौड़े लेकिन वे फूस की झोपड़ी के नीचे बुरी तरह से दबे थे. रात में ग्रामीणों ने पेड़ को काटा. लेकिन तब तक रणजीत की मौत हो चुकी थी. यह संयोग था कि उनकी पत्नी दो बच्चों के साथ मायके गयी थी. इसलिए जान बच गयी. सूचना मिलने पर पुलिस गांव में पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. अंचल अधिकारी अमरेंद्र कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी वरीय अधिकारी को दे दी गयी है. जल्द ही रिपोर्ट तैयार कर मुआवजा दे दिया जाएगा.
दूसरी ओर थाना क्षेत्र के बाजीतपुर गांव में तूफान से दीवार गिर जाने से विश्वनाथ सिंह की 50 वर्षीय पत्नी सरस्वती देवी की भी मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. पारू पुलिस मौके पर पहुंची. वहां परिजनों ने शव के दाह संस्कार से इनकार कर दिया.
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