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विवि की उदासीनता ने रोकी नये शोधार्थियों की राह
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की उदासीनता मुजफ्फरपुर सहित बिहार के शोधार्थियों की राह रोक रही है. दरअसल, चार साल से सैकड़ों अभ्यर्थी विभिन्न विभागों में शोध के लिये आवेदन करने के बाद कोर्स वर्क भी पूरा कर चुके हैं. कई विभागों में उनकी सिनॉप्सिस डीआरसी से भी पास हो चुकी है. लेकिन, पीजीआरसी (पोस्ट […]
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की उदासीनता मुजफ्फरपुर सहित बिहार के शोधार्थियों की राह रोक रही है. दरअसल, चार साल से सैकड़ों अभ्यर्थी विभिन्न विभागों में शोध के लिये आवेदन करने के बाद कोर्स वर्क भी पूरा कर चुके हैं.
कई विभागों में उनकी सिनॉप्सिस डीआरसी से भी पास हो चुकी है. लेकिन, पीजीआरसी (पोस्ट ग्रेजुएट रिसर्च काउंसिल) की बैठक नहीं होने के कारण वे शोध पूरा करने की बात तो दूर, शोध शुरू भी नहीं कर सके हैं. इस तरह के मामले लगभग सभी पीजी विभागों में वरिष्ठ शिक्षकों के पास पेंडिंग है. यूजीसी ने पीएचडी के रेगुलेशन में यह मानक तय किया है कि प्रोफेसर के अंडर में आठ व एसोसिएशन प्रोफेसर के अंडर में छह कैंडिडेट ही शोध कर सकते हैं. ऐसे में जब तक पुराने मामले नहीं निबटाए जाएंगे, तब तक नये अभ्यर्थियों काे शोध का मौका नहीं मिलेगा.
शोध कार्य भी पूरा कर चुके हैं कई छात्र:
शोध छात्रों की सिनॉप्सिस भले ही अभी पीजीआरसी से पास नहीं हुआ है, लेकिन अधिकतर ने अपना शोध भी पूरा कर लिया है. हालांकि, यह आधिकारिक रूप से मान्य नहीं है. एक शोधार्थी का कहना था कि महीनों पहले ही उनका सिनॉप्सिस डीआरसी (डिपॉर्टमेंटल रिसर्च काउंसिल) से पास हो चुका है. जब उसे पीजीआरसी पास करेगा, तभी शोध कार्य शुरू होगा. महीनों से पीजीआरसी का इंतजार चल रहा है. इस बीच संबंधित विषय पर शोध कार्य पूरा हो चुका है. पीजीआरसी के बाद केवल फॉर्मेलिटी पूरी करनी है.
तीन महीने से चल रही पीजीआरसी गठन की प्रक्रिया
जनवरी से ही विवि के अधिकारी पीजीआरसी को लेकर गंभीर हुए हैं. इसके लिये सभी विभागों से वरिष्ठ शिक्षकों की सूची मांगी गयी है. दरअसल, चार साल पहले पीजीआरसी का गठन किया गया था. कमेटी के अधिकतर सदस्य अब रिटायर हो चुके हैं. ऐसे में नये सिरे से कमेटी का गठन किया जाना है.
अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही पीजीआरसी का गठन कर लिया जायेगा. इसका प्रस्ताव सिंडिकेट की बैठक में रखा जायेगा, जहां से पास कराने के बाद विश्वविद्यालय नोटिफिकेशन जारी करेगा.
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