घाटों की सफाई के लिए निगम प्रशासन ने नहीं की है अबतक पहल
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21 मार्च को नहाय-खाय, घाटों पर अबतक पसरी है गंदगी
घाटों की सफाई के लिए निगम प्रशासन ने नहीं की है अबतक पहल मुजफ्फरपुर : छह दिनों बाद लोक आस्था का महापर्व चैती छठ 21 मार्च को नहाय-खाय के साथ शुरू हो जायेगा. चार दिनों तक चलनेवाले पर्व में 23 मार्च को संध्या अर्घ व 24 मार्च को उगते हुए सूर्य को अर्घ देने के […]
मुजफ्फरपुर : छह दिनों बाद लोक आस्था का महापर्व चैती छठ 21 मार्च को नहाय-खाय के साथ शुरू हो जायेगा. चार दिनों तक चलनेवाले पर्व में 23 मार्च को संध्या अर्घ व 24 मार्च को उगते हुए सूर्य को अर्घ देने के बाद छठव्रती परना करेंगी. लेकिन शहर में बनने वाले घाटों की सफाई के लिए कोई सुगबुगाहट निगम प्रशासन की ओर से नहीं है. साहू पोखर, पड़ाव पोखर, विश्वविद्यालय का तालाब हो या तीन पोखरिया, कहीं सफाई नहीं है. तालाब किनारे गंदगी पसरी है. आसपास की सड़कों की सफाई कर कर्मचारी तालाब किनारे ही कचरे का अंबार लगा देते हैं. ऐसे में छठ व्रतियों को इस वर्ष तालाब किनारे अर्घ देने में काफी परेशानी होगी.
निगम प्रशासन की उदासीनता देख ऐसा लग रहा है कि इस बार छठ व्रतियों को खुद से अपने घर पर या कहीं किसी सार्वजनिक जगहों पर कृत्रिम पोखर बना कर पूजा-अर्चना करनी पड़ेगी.
तालाब का पानी भी है गंदा : साहू पोखर व तीन पोखरिया के अलावा शहर में जहां-जहां तालाब किनारे छठ पूजा होती है, उन सभी तालाबों का पानी भी काफी गंदा है. इसमें ब्लीचिंग पाउडर व चूना का छिड़काव के बाद पानी साफ होगा, लेकिन किसी भी तालाब की सफाई को लेकर कोई कार्ययोजना निगम ने तैयार नहीं की है. इधर, आरडीएस कॉलेज समेत कई तालाबों का पानी गर्मी की धमक के साथ सूखने लगा है. ऐसे में इस बार छठ व्रतियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
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