मुजफ्फरपुर : रोहित हत्याकांड के 60 घंटे बाद भी एसआइटी को ठोस सुराग नहीं मिले है. दुकान के कर्मचारी रवि समेत दस लोगों का मोबाइल नंबर पुिलस की रडार पर है. वहीं शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन आभूषण मंडी की दुकानें बंद रहीं. सर्राफा संघ ने 48 घंटे के अंदर अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर सड़क पर उतरने की चेतावनी दी है. साथ ही उत्तर बिहार के दूसरे जिलों में भी सर्राफा बाजार बंद रखने की घोषणा की. घटना के तीसरे दिन भी पुलिस पुरानी बाजार से लेकर केदारनाथ रोड तक सूत्र तलाशने के लिए भटकती रही. मृतक के पिता मुकेश कुमार सहित घटना के दौरान एक आभूषण कारीगर से पूछताछ की गयी. पुलिस ने देर शाम मिठनपुरा, नगर व करजा इलाके में छापेमारी कर चार संदिग्धों को उठाया है.
नगर थानेदार केपी सिंह को मुकेश कुमार ने बताया कि उनका या रोहित का किसी से भी कोई विवाद नहीं था. साथ ही व्यवसाय में भी उनका या उनके पुत्र का कोई विरोधी नहीं है. रवि से पुलिस ने अपराधियों की पहचान के बारे में कई सवाल किये.
मुहल्ले में हो रही चर्चा पर पुलिस की नजर . शूटरों तक पहुंचने के लिए दुकान से लेकर मुहल्ले में हो रही कई तरह की चर्चाओं पर भी पुलिस की नजर है. चर्चा यह भी है कि घटना के दिन मंडी के ही एक मार्केट में पार्टी का आयोजन किया गया था, जिसमें शहर के कई प्रोपर्टी डीलर मौजूद थे. पुलिस इस बात की तहकीकात के लिए ठोस जानकारी जुटा रही है. सादे लिबास में पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की गयी है.
विशेष टीम में 11 पुलिस अधिकारी
उद्भेदन के लिए 11 सदस्यीय टीम में सिटी एसपी यूएन वर्मा, प्रशिक्षु आइपीएस कांतेश मिश्रा, नगर डीएसपी आशीष आनंद, पूर्वी डीएसपी गौरव पांडे, नगर थानेदार केपी सिंह, करजा थानेदार अवनीश कुमार, पीयर थानेदार धर्मवीर भारती, मुशहरी थानेदार विकास कुमार राय, एसआइटी टीम में शामिल पुलिस पदाधिकारी मदन कुमार सिंह, उपेंद्र कुमार सिंह, धनंजय कुमार, मणिभूषण कुमार शामिल है.
पुलिस ने रोहित के पिता से घटना के बारे में जानकारी ली
रवि, कारीगर और पड़ोसी दुकानदार से भी की गयी पूछताछ
शहर में छापेमारी कर पुलिस ने
चार को उठाया
दूसरे दिन भी बंद रही आभूषण मंडी