मुजफ्फरपुर: पुलिस के हत्थे चढ़ी दोनों महिला नक्सली उत्तर बिहार पश्चिमी जोनल कमेटी की सक्रिय सदस्य है. स्वीकारोक्ति बयान में उसने स्वीकार किया है कि वे दोनों पार्टी के बड़े नेताओं के कहने पर जनवरी-फरवरी माह में एक चिमनी व्यवसायी के लेवी नहीं देने पर रेकी की थी.
वे दोनों ग्राहक बन कर गये थे. उसी दिन रात में अनिल राम, रोहित सहनी सहित दर्जनों नक्सलियों रेणू भारती के घर पर पहुंचे. वही पर प्लान बना कर खरौना गांव में जाकर चिमनी की ट्रैक्टर में आग लगा दी. 20 अप्रैल को संगठन के लोगों के साथ मिल कर चकमाल उर्दू स्कूल के दीवार पर नक्सली पोस्टर चिपकाये. उसके बाद पोखरैरा चौक पर लोकसभा चुनाव बहिष्कार का पोस्टर लगाये. पोस्टर में माओवाद से संबंधित आपत्ति जनक नारा लिखा था.
संगठन के बड़े नेता से संपर्क
कांटी के फतेहपुर निवासी रागिनी देवी का संगठन के बड़े नेता से संपर्क है. पुलिस का कहना है कि दोनों पर पूर्व से बगहा, जैतपुर व करजा थाना में प्राथमिकी दर्ज है. संगठन के कई नेताओं का इनके यहां आना-जाना है. पुलिस इस बात का खुलासा करने से परहेज कर रही है कि रागिनी का किस नेता से संपर्क है. पुलिस ने दोनों के मोबाइल को भी जब्त कर लिया है. उनके मोबाइल को पुलिस खंगालने में जुटी है.
देर शाम गयी जेल
नगर थाना में शुक्रवार को एएसपी अभियान ने दोनों ने पूछताछ की. पूछताछ के बाद दोनों को जेल भेज दिया है. दोनों को लोकसभा चुनाव के दौरान वोट बहिष्कार के बैनर-पोस्टर के साथ गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था. छापेमारी टीम में करजा थानाध्यक्ष अवनि भूषण, जैतपुर ओपी प्रभारी मुकेश शर्मा व एसटीएफ शामिल थी.