मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर व वैशाली लोकसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरे 61 प्रत्याशियों में सिर्फ तीन महिला उम्मीदवार हैं. मान्यता प्रात दलों ने महिला को उम्मीदवार बनाया ही नहीं.
मुजफ्फरपुर से प्राउटिस्ट बलॉक ऑफ इंडिया के नीलू सिंह ने नामांकन किया. वहीं वैशाली से तीन महिला प्रत्याशियों ने परचा दाखिल किया. इनमें जदयू के बागी उम्मीदवार अन्नू शुक्ला, धर्मशीला देवी व संध्या देवी ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में परचा दाखिल किया. नामांकन में त्रुटि के कारण धर्मशीला देवी का परचा रद्द कर दिया गया. इस तरह चुनावी दंगल में अब सिर्फ तीन महिला प्रत्याशी ही हैं, जबकि वैशाली संसदीय क्षेत्र का इतिहास महिला उम्मीदवार के लिए स्वर्णिम रहा है.
विश्व के प्रथम गणतंत्र वैशाली के मतदाताओं ने 1980 से 1994 के बीच चार बार महिला उम्मीदवार को विजय बनाने का काम किया. सबसे पहले जनता पार्टी से किशोरी सिन्हा ने कांग्रेस के दिग्गज नेता एलपी शाही को 1980 में हराया. फिर 1984 में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में किशोरी सिन्हा ने लोकदल के तारकेश्वरी सिन्हा को पराजित किया. 1989 में जनता दल के टिकट से उषा सिन्हा ने किशोरी सिन्हा को हराया. 1994 में बीपीपा प्रत्याशी लवली आनंद वैशाली के सीट पर काबिज हुई. हालांकि मुजफ्फरपुर लोकसभा से अब तक महिला प्रत्याशी को विजय श्री हासिल नहीं हुआ है. दोनों लोकसभा क्षेत्र में पुरुष व महिला मतदाता की संख्या पर गौर करें तो पुरुष से करीब एक लाख कम महिला वोटर हैं.