27.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

दिल्ली-कोलकाता हैदराबाद में जांच

मुजफ्फरपुर/ पटना: चर्चित नवरुणा अपहरण कांड से कुछ दिनों में परदा हट सकता है. 12 वर्षीया लड़की के अपहरण कांड की जांच कर रही सीबीआइ टीम को अब उसके माता-पिता की डीएनए रिपोर्ट का इंतजार है. यह रिपोर्ट इस महीने के अंत तक सीबीआइ को मिल जायेगी. रिपोर्ट मिलते ही नवरुणा के घर के पास […]

मुजफ्फरपुर/ पटना: चर्चित नवरुणा अपहरण कांड से कुछ दिनों में परदा हट सकता है. 12 वर्षीया लड़की के अपहरण कांड की जांच कर रही सीबीआइ टीम को अब उसके माता-पिता की डीएनए रिपोर्ट का इंतजार है.

यह रिपोर्ट इस महीने के अंत तक सीबीआइ को मिल जायेगी. रिपोर्ट मिलते ही नवरुणा के घर के पास नाले से मिले कंकाल का रहस्य भी सुलझ जायेगा. दरअसल, सीबीआइ ने उस कंकाल के रहस्य को सुलझाने के लिए ही नवरुणा के माता-पिता की डीएनए जांच कराने के लिए 25 मार्च एसकेएमसीएच में पांच डॉक्टरों की मेडिकल बोर्ड के समक्ष रक्त का नमूना लिया था. बरामद कंकाल से इसका मिलान कराया जा रहा है. अगर मिलान से यह स्पष्ट होता है कि वह शव नवरुणा का नहीं था, तब सीबीआइ अपने जांच की दिशा बदल देगा.

सीबीआइ के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नवरुणा के माता-पिता के खून के नमूने का मिलान बरामद कंकाल के डीएनए से कराया जा रहा है. इसके लिए सीबीआइ ने नवरुणा के माता-पिता के खून के नमूने को दिल्ली स्थित अपने सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के अलावा हैदराबाद व कोलकाता की फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी में भेजा है, ताकि जांच रिपोर्ट की प्रामाणिकता पर कोर्ट में सवाल नहीं उठाये जा सकें. सीबीआइ सूत्रों ने कहा कि इस महीने के अंत तक तीनों लेबोरेटरी से डीएनए जांच की रिपोर्ट मिल जायेगी. तब यह खुलासा हो जायेगा कि नवरुणा अभी जीवित है या नहीं. अगर उस कंकाल से नवरुणा के माता-पिता का डीएनए मिल जाता है, तो यह तय हो जायेगा कि वह कंकाल नवरुणा का ही था. बता दें कि जवाहरलाल रोड चक्रवती लेन की रहनेवाली 12 वर्षीया नवरुणा 18 सितंबर, 2012 की रात से अचानक अपने कमरे से गायब हो गयी थी. उसके पिता अतुल्य चक्रवर्ती ने नगर थाने में उसके अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करायी थी.

नवरुणा के लापता होने के बाद 26 नवंबर, 2012 को उसके घर के पास नाले से कंकाल बरामद किया गया. लेकिन, नवरुणा के पिता अतुल्य चक्रवर्ती व मां मैत्री चक्रवर्ती ने उसे नवरुणा का कंकाल मानने से इनकार किया था. हालांकि नगर पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर कंकाल की एफएसएल जांच करायी थी, जिसमें पता चला था कि कंकाल लड़की की है, जिसकी उम्र 13 से 15 साल के बीच की है. लड़की का कंकाल होने की पुष्टि के बाद तत्कालीन एसएसपी राजेश कुमार के निर्देश पर तत्कालीन नगर डीएसपी उपेंद्र कुमार कई बार नवरूणा के परिजनों को डीएनए के लिए ब्लड सैंपल देने का आग्रह किया था, लेकिन बिना सीबीआइ जांच के वे सैंपल देने को तैयार नहीं थे. उन्होंने डीएनए टेस्ट कराने के लिए खून का नमूना देने तक से इनकार कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआइ ने इस केस का अनुसंधान शुरू किया था. सीबीआइ ने कोर्ट के हस्तक्षेप से दोनों के खून के नमूने लिये हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें