मड़वन: करजा थाना क्षेत्र के पताही हवाई अड्डा के पास बुधवार की दोपहर स्कॉपियो की ठोकर से बाइक सवार आभूषण कारीगर बबलू साह 50 फुट हवा में उछल गया. सड़क पर गिरने के बाद आधा किलोमीटर तक स्कॉर्पियो उसे घसीटती रही, जिससे उनकी मौत हो गयी. जबकि पत्नी व बच्चे गंभीर रूप से जख्मी हो […]
मड़वन: करजा थाना क्षेत्र के पताही हवाई अड्डा के पास बुधवार की दोपहर स्कॉपियो की ठोकर से बाइक सवार आभूषण कारीगर बबलू साह 50 फुट हवा में उछल गया. सड़क पर गिरने के बाद आधा किलोमीटर तक स्कॉर्पियो उसे घसीटती रही, जिससे उनकी मौत हो गयी. जबकि पत्नी व बच्चे गंभीर रूप से जख्मी हो गये. उनकी हालत नाजुक बनी है. मृतक तुर्की ओपी के खरौनाडीह का रहने वाला था. घटना के बाद लोगों ने जम कर बवाल किया.
सदर व करजा पुलिस के सामने स्कॉर्पियो को सड़क पर पलट कर तोड़फोड़ कर आग लगाने की कोशिश की गयी. ढ़ाई घंटे तक एनएच-102 रेवा रोड को जाम कर दिया. इस दौरान वाहनों की लंबी कतार लग गयी. शाम पांच बजे वरीय अधिकारियों की पहल पर जाम समाप्त कराया गया.
बबलू साह बुधवार की दाेपहर तीन बजे पत्नी मुन्नी देवी (27) व पुत्र अमित राज (पांच) का इलाज कराने शहर जा रहा था. खरौना मार्ग से एनएच पर बाइक चढ़ाने के दौरान ही मुजफ्फरपुर की ओर से जा रही तेज रफ्तार स्कॉपियो (बीआर 11पीए 6488) ने जोरदार टक्कर मार दी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार टक्कर इतनी तेज थी कि बाइक सवार हवा में उछल गया. इस क्रम में बाइक स्कॉपियो में फंस गयी. स्कॉपियो चालक इसके बाद भी भागता रहा. शोर होने पर स्कॉपियो सवार लोग गाड़ी छोड़ कर भाग गये. बबलू, मुन्नी व अमित को आनन-फानन में इलाज के लिए शहर लाया गया. बबलू साह को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. घटना से आक्रोशित लोगों ने शव रख कर एनएच को हवाई अड्डा के समीप जाम कर दिया. हवाई अड्डे के गेट को भी बंद कर दिया.
स्कॉर्पियो में आगलगाने की कोशिश
हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने जम कर बवाल किया. गाड़ी को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर आग लगाने की भी कोशिश की. हालांकि स्थानीय लोगों ने रोका. करीब साढ़े पांच बजे शाम में बीडीओ रेणु सिन्हा, सीओ मृत्युंजय कुमार व थानाध्यक्ष राम बालक यादव ने लोगों को समझा-बुझा कर जाम शांत कराया. पारिवारिक लाभ योजना की राशि देने का आश्वासन दिया. इसके बाद लोगों ने जाम हटाया. देर शाम पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
कैसे होगा पांच बच्चों का गुजर-बसर
बबलू साह सोना-चांदी का काम करता था. पहली पत्नी की मौत के बाद उसने दूसरी शादी की थी. पहली पत्नी से चार बच्चे हैं. दूसरी पत्नी से एक पुत्र है. परिवार का एकमात्र सहारा बबलू ही था. उसकी माैत के बाद पांच बच्चों व बबलू की पत्नी का निर्वहन कैसे होगा, इस बात पर वहां मौजूद लोग चर्चा कर रहे थे.