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फूटा आक्रोश: बच्चे की मौत पर भड़के परिजन, एंबुलेंस से लेकर इमरजेंसी तक मचाया उत्पात, सदर अस्पताल में तोड़फोड़, आगजनी

मुजफ्फरपुर : इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचे बच्चे की मौत पर परिजनों ने जम कर हंगामा किया. डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए लोगों ने सीएस व डीएस कार्यालय के साथ ही इमरजेंसी में तोड़फोड़ की और अस्पताल में खड़ी चार एंबुलेंसों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. वहीं, स्टेशन रोड पर बच्चे का […]

मुजफ्फरपुर : इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचे बच्चे की मौत पर परिजनों ने जम कर हंगामा किया. डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए लोगों ने सीएस व डीएस कार्यालय के साथ ही इमरजेंसी में तोड़फोड़ की और अस्पताल में खड़ी चार एंबुलेंसों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. वहीं, स्टेशन रोड पर बच्चे का शव रख कर करीब तीन घंटे तक सड़क जाम रखा. हंगामा शांत होने के बाद जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे. मृतक के परिजन से बात करने के साथ ही अस्पताल में हुए नुकसान का भी जायजा लिया.
जानकारी के अनुसार, सदर थाने के भिखनपुरा निवासी स्व शंकर साह का पुत्र रोहित कुमार (12) रविवार की सुबह घर से कुछ दूर तालाब के पास शौच के लिए गया था. पैर फिसलने के कारण जलकुंभी में फंस कर डूब गया. आसपास के लोगों ने कुछ देर बाद उसे बाहर निकाला. उसे सदर अस्पताल लेकर पहुंचे. परिजनों का आरोप है कि उस समय इमरजेंसी में कोई डॉक्टर नहीं था. समय से इलाज शुरू होता, तो बच्चे को बचाया जा सकता था. इसके बाद परिजन शव लेकर दोपहर तक एंबुलेंस के इंतजार में बैठे रहे, लेकिन कोई पूछने नहीं आया. करीब दो बजे हंगामा करने लगे, तो अस्पताल में तैनात गार्ड ने उस समय बाहर निकाल दिया. शव लेकर बाहर सड़क पर पहुंचे और अस्पताल मोड़ पर रख कर जाम लगा दिया.

इमरजेंसी का दरवाजा तोड़ा
करीब एक घंटे तक प्रशासन की ओर से कोई पहल नहीं होने के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और नारेबाजी करते हुए सदर अस्पताल की ओर बढ़ने लगे. उस समय नगर थाना पुलिस भी जाम स्थल पर मौजूद थी, लेकिन सब तमाशा देखते रहे. इसके बाद भीड़ ने अस्पताल में पहुंच कर तोड़फोड़ शुरू कर दी. ईंट- पत्थर व बांस लेकर दर्जनों पुरुष व महिलाएं इधर-से-उधर दौड़ रही थीं. इमरजेंसी का दरवाजा तोड़ कर अंदर घुसे और सभी सामान क्षतिग्रस्त कर दिया. बाहर खड़ी एक एंबुलेंस को क्षतिग्रस्त कर पलट दिया. तीन अन्य एंबुलेंस को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. सीएस कार्यालय में पहुंच कर खिड़की का शीशा तोड़ दिया. गेट का ताला तोड़ कर अंदर घुसे और कंप्यूटर सहित अन्य चीजों को नष्ट कर दिया. डीएस के चेंबर में भी तोड़फोड़ किया.
अधिकारियों की चूक से अखाड़ा बना सदर अस्पताल
मुजफ्फरपुर. जिले के वरीय अधिकारियों की चूक के चलते रविवार की दोपहर सदर अस्पताल परिसर अखाड़ा बन गया. करीब घंटे भर तक अस्पताल में जो कुछ भी हुआ, उसके पीछे पांच घंटे से अपनी बात अधिकारियों को सुनाने के लिए बेचैन लोगों के आक्रोश को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. अस्पताल की लापरवाही के कारण बढ़ रहे आक्रोश की जानकारी सीएस के साथ ही डीएम व एसएसपी को भी दी गयी थी. इसके बाद भी शव को एसकेएमसीएच ले जाने के लिए अधिकारियों की चूक से
एंबुलेंस नहीं मिला. कुछ लोगों की शिकायत पर एंबुलेंस आया भी,तो आरोप है कि उसके लिए बच्चे की मां से पैसे की मांग की जा रही थी. कुछ लोग मौके से ही इसकी जानकारी अधिकारियों को देते रहे. लेकिन समय रहते किसी ने पहल नहीं की.
अहम सवाल 1: देर से क्यों पहुंची पुलिस
मुजफ्फरपुर. सदर अस्पताल एसपी कार्यालय से महज 200 मीटर व नगर थाने से 500 मीटर की दूरी पर स्थित है. आखिर यहां पुलिस को पहुंचने में इतनी देर कैसे हुई. दूर-दराज में हुई घटना में पुलिस के विलंब से पहुंचने का कारण समझ आता है. लेकिन, यहां विलंब से पहुंचने का क्या कारण हो सकता है. अगर पुलिस प्रशासन सजग रहता, तो सदर अस्पताल में तोड़फोड़ की घटना को रोका जा सकता था. दो बजे प्रदर्शनकारियों ने जाम शुरू किया व इसके एक घंटे बाद सदर अस्पताल में तोड़फोड़ शुरू हुई.
अहम सवाल 2: पांच घंटे बाद भी डीएस बेखबर
मुजफ्फरपुर. सदर अस्पताल में हुई तोड़फोड़ के बारे में पांच घंटे बाद भी डीएस को कोई खबर नहीं थी. रात करीब आठ बजे जब उनसे घटना के बारे में जानने की कोशिश की गयी, तो उनका सीधा जवाब था कि आज वे नहीं थे. अस्पताल में हुई घटना के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं हुई है. बच्चे की मौत के बाद गुस्साये लोगों ने डीएस डॉ एनके चौधरी के चेंबर में भी तोड़फोड़ की है. इसके अलावा सीएस कार्यालय व इमरजेंसी को भी निशाना बनाया. सदर अस्पताल की जिम्मेदारी डीएस की ही होती है. ऐसे में इतने बड़े बवाल की जानकारी घंटों बाद भी नहीं हो पाना एक जिम्मेदार अधिकारी की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है.
नगर डीएसपी व डीसीएलआर पूर्वी संयुक्त रूप से मामले की जांच कर रहे हैं. सदर अस्पताल में तोड़फाेड़ करनेवालों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. वीडियो फुटेज से हंगामा करनेवालों की पहचान की जा रही है.
विवेक कुमार,एसएसपी

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