मुजफ्फरपुर : कलेक्ट्रेट गैंगरेप के मुख्य आरोपी निक्कू ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर बंगाल की रहने वाली किशोरी की आबरू लूटी. फिर खुद ही उसकी आबरू की कीमत भी लगा दी. घटना के बाद आरोपितों ने पीड़िता को एक हजार रुपये देकर मुंह बंद रखने के लिए कहा, लेकिन उसने पैसे लेने से इंकार […]
मुजफ्फरपुर : कलेक्ट्रेट गैंगरेप के मुख्य आरोपी निक्कू ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर बंगाल की रहने वाली किशोरी की आबरू लूटी. फिर खुद ही उसकी आबरू की कीमत भी लगा दी. घटना के बाद आरोपितों ने पीड़िता को एक हजार रुपये देकर मुंह बंद रखने के लिए कहा, लेकिन उसने पैसे लेने से इंकार कर दिया. इस पर आरोपितों ने धमकी भी दी. हालांकि निक्कू ने स्टेशन के सामने ले जाकर किशोरी व युवक को छोड़ दिया, जिसके बाद वह स्टैंड में जाकर रोने लगी. आसपास लोग जुट गए और जीआरपी ने रात में भी छानबीन शुरू कर दी.
गैंगरेप की घटना में दोषी पाया गया जितेंद्र उस समय एडीएम आपदा प्रबंधन के लिए अनुबंध पर ली गयी बोलेरो चलाता था. तत्कालीन एडीएम के आग्रह पर ही उसे कलेक्ट्रेट परिसर में अस्थायी तौर पर रहने के लिए एक कमरा दिया गया था, जिसमें घटना को अंजाम दिया गया. पुलिस की पकड़ में आने के बाद पूछताछ के दौरान आरोपियों ने स्वीकार किया था कि जितेंद्र के कमरे पर किशोरी को लेकर निक्कू ही आया था.
इसके चलते उसने अपना पहला हक बताते हुए पहले किशोरी के साथ दुराचार किया. निक्कू बाहर निकलकर किशोरी के साथ आये युवक विनोद की निगरानी करने लगा और अन्य सहयोगियों ने एक-एक कर दुराचार किया. घटना के बाद तत्काल पुलिस के सक्रिय हो जाने के कारण ये लोग कमरे में ताला बंद करके भाग निकले. मौके से पुलिस ने जूते व कपड़े के साथ ही अन्य सामान भी बरामद किया था.