मुजफ्फरपुर : शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा शातिर अपराधियों के लिए महफूज जगह बनती जा रही है. जेल में रह कर बड़े अपराधी मोबाइल से अपने गिरोह का संचालन कर रहे हैं. रंगदारी वसूली से लेकर शराब के अवैध कारोबार तक का संचालन किया जा रहा है. कई बार खुलासा होने के बावजूद कार्रवाई नहीं होने से अपराधियों का यह खेल बेरोकटोक चल रहा है.
एक माह पहले दबोचा गया शातिर अपराधी से शराब माफिया बना अजय झा उर्फ बबुआ डॉन भी जेल से अपना गिरोह चला रहा है. गुरुवार की शाम जेल में सेल्फी लेकर फेसबुक पर अपना प्रोफाइल फोटो अपडेट किया है. इसके बाद अपने शागिर्दों व परिचितों से चैटिंग भी की. एक सप्ताह पूर्व भी उसके ह्वाट्स एप के जरिये शराब कारोबारियों से संपर्क स्थापित करने की बात सामने आयी थी.
जेल में ही सेल्फी लेकर अपलोड किया फोटो : बबुआ ने जेल में ही सेल्फी लेकर फेसबुक पर अपना फोटो अपलोड किया था. फेसबुक पर फोटो डालते ही उसके गिरोह के साथी, ग्रामीण व परिचित सक्रिय हो गये और चैटिंग होने लगी. बबुआ ने उन्हें कुछ दिन के लिए फेसबुक से बाहर रहने की जानकारी दी. इसके बाद जेल की दीवार के पास खड़े होकर लाल टी शर्ट में ली गयी
सेल्फी फेसबुक पर अपलोड की गयी. उस तसवीर की कई लोगों ने प्रशंसा की. एक घंटे तक उसका फेसबुक ऑन रहा. दोपहर 12 बजे बंद होने के बाद शाम चार बजे उसका फेसबुक फिर एक नयी तसवीर के साथ ऑनलाइन हुआ. शाम पांच बजे तक वह ऑनलाइन रहा. इस दौरान उसकी तस्वीर पर 28 कमेंट आये.
कारा अधीक्षक बोले, जेल में है बंद नहीं चला सकता मोबाइल
फेसबुक व ह्वाट्स एप के माध्यम से गिरोह का कर रहा संचालन
पिछले गुरुवार को दो घंटे आॅनलाइन रहा, गुर्गों व परिचितों को दिया फरमान
शातिर अपराधी जेल से ही संचालित कर रहा शराब का कारोबार
एक सप्ताह पहले खुलासा होने के बावजूद जेल प्रशासन है मौन
अजय झा उर्फ बबुआ डॉन 22 नंबर सेल में पुरी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बंद है. प्रत्येक दिन उसके सेल कक्ष की तलाशी ली जाती है. जेल से मोबाइल संचालन की जानकारी मिलने पर की गयी छानबीन में उसकी मोबाइल किसी अन्य के हाथों संचालित होने की बात सामने आयी है.
सत्येंद्र कुमार, कारा अधीक्षक
ह्वाट्स एप भी हो रहा इस्तेमाल
पहली सितंबर को बबुआ के ह्वाट्स एप इस्तेमाल करने का भी खुलासा हुआ था. बबुआ ने अपने मोबाइल नंबर 822< # 5691 से कुछ खास नंबरों को जोड़ रखा है. इसमें उसके खास शागिर्द शराब माफिया सुशील व पत्नी मोती का नंबर भी है. दोनों शराब कारोबार में सहयोग करते रहे हैं. इन दोनों पर उत्पाद अधिनियम के तहत कई मामले दर्ज हैं.
गुरुवार को दो बार दो घंटे आॅन लाइन रहा
एक माह पूर्व जेल भेजे गये बबुआ के लगातार मोबाइल व इंटरनेट का इस्तेमाल करने की बात चर्चा में है. गुरुवार की देर शाम तक उसका मोबाइल ऑन था. गुरुवार की सुबह करीब 11.05 से दोपहर 12 बजे तक, फिर शाम चार बजे से पांच बजे तक वह ऑन लाइन रहा. फेसबुक के जरिये अपने शागिर्द, परिचित व ग्रामीणों से चैटिंग करता रहा. इसके पूर्व जेल से ही उसने चार सितंबर की सुबह 11.43 बजे छह सितंबर को 11.07 बजे उसने अपने फेसबुक अकाउंट को ऑन किया था.