बताया जाता है कि प्लास्टिक कचरे के इस्तेमाल से निर्मित होनेवाली सड़क जलभराव के बाद भी जल्द नहीं टूटेगी. यह टेक्नोलॉजीजुस्को ने जमशेदपुर में वर्ष 2011 में अपनायी थी. जमशेदपुर में 22 किमी सड़क अभिनव तकनीक से बनायी गयी है.
Advertisement
प्लास्टिक कचरे से बनेंगी सड़कें
मुजफ्फरपुर: जमशेदपुर यूटिलिटी सर्विसेस कंपनी (जुस्को) की तर्ज पर शहर व ग्रामीण इलाके की सड़कों के निर्माण कार्य में प्लास्टिक कचरे का इस्तेमाल किया जायेगा. पहली बार बिहार सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग ने इसकी कवायद शुरू की है. इस बाबत गुरुवार को पटना में बैठक बुलायी गयी है. इसमें ग्रामीण कार्य विभाग के इंजीनियरों […]
मुजफ्फरपुर: जमशेदपुर यूटिलिटी सर्विसेस कंपनी (जुस्को) की तर्ज पर शहर व ग्रामीण इलाके की सड़कों के निर्माण कार्य में प्लास्टिक कचरे का इस्तेमाल किया जायेगा. पहली बार बिहार सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग ने इसकी कवायद शुरू की है. इस बाबत गुरुवार को पटना में बैठक बुलायी गयी है. इसमें ग्रामीण कार्य विभाग के इंजीनियरों के साथ मुजफ्फरपुर नगर निगम के आयुक्त भी शामिल होंगे. इसमें प्लास्टिक कचरा का उपयोग कर अभिनव तकनीक से सड़क बनाने पर चर्चा होगी.
इस तरह होता है प्लास्टिक कचरे का उपयोग : प्लास्टिक कचरे को पहले जमा किया जाता है. इसे एक विशेष प्रकार की मशीन में डालकर दो से चार मिलीमीटर आकार के टुकड़े बनाये जाते हैं. इन प्लास्टिक टुकड़ों को सड़क निर्माण में प्रयोग होनेवाली गिट्टी में डालकर 150 डिग्री सेल्सियस तापमान पर गर्म किया जाता है. करीब एक घंटे की इस प्रक्रिया के बाद प्लास्टिक के टुकड़े गिट्टी के साथ उसी के आकार में चिपक जाते हैं. इसके बाद इस गिट्टी को तारकोल में मिलाया जाता है. फिर इसे सड़क पर बिछाया जाता है. इस तरह प्लास्टिक के टुकड़े गिट्टी व तारकोल के बीच दोगुनी क्षमता के साथ पकड़ बनाये रखता है. यही कारण है कि जलभराव होने पर भी सड़क जल्दी नहीं टूटती है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement