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सेकेंड सेमेस्टर की दे रहे परीक्षा, फर्स्ट सेमेस्टर का नहीं आया रिजल्ट, 22 कलाकारों की आवाज में गाता है अभिनव

मुजफ्फरपुर : कुंवर अभिनव आदित्य एक या दो नहीं, बॉलीवुड के नामचीन 22 कलाकारों की आवाज में गाना गाते हैं. सोनू निगम, कैलाश खेर, हिमेश रेशमिया, हरिहरन, एसपी बालासुब्रमण्यम, उदित नारायण, मोहम्मद अजीज व लक्की अली सहित कई कलाकारों के हुबहू आवाज निकाल कर वह सबको अचंभित कर देते हैं. इन्हें गाने का शौक खुद […]

मुजफ्फरपुर : कुंवर अभिनव आदित्य एक या दो नहीं, बॉलीवुड के नामचीन 22 कलाकारों की आवाज में गाना गाते हैं. सोनू निगम, कैलाश खेर, हिमेश रेशमिया, हरिहरन, एसपी बालासुब्रमण्यम, उदित नारायण, मोहम्मद अजीज व लक्की अली सहित कई कलाकारों के हुबहू आवाज निकाल कर वह सबको अचंभित कर देते हैं. इन्हें गाने का शौक खुद ही जगा. सुनकर-गुनगुनाकर ही वह आगे बढ़ते गये. जर्मनी के यूनिवर्सिटी ऑफ बॉन से मास्टर ऑफ कंप्यूटर साइंस कर रहे अभिनव का कहना है कि वे गाना हमेशा जारी रखेंगे.
सनसाइन प्रेप हाइस्कूल से की 12वीं तक पढ़ाई : राजकीय उच्च माध्यमिक प्लस टू विद्यालय, छाजन मोहिनी में हिंदी की शिक्षिका डॉ अनिता सिंह व अनिल कुमार सिंह के पुत्र अभिनव ने 12वीं तक की पढ़ाई सनसाइन प्रेप हाइस्कूल से की. इसके बाद बीटेक कर पश्चिम बंगाल में इंफोसिस व माइंडट्री जैसी कंपनियों में काम किया. उन्होंने बताया कि बचपन से ही पढ़ाई के साथ अन्य गतिविधियों में रुचि थी. पेंटिंग में स्टेट विनर रह चुके हैं. क्लास में हमेशा टॉप थ्री में जगह बनाते थे. दुनिया की खूबसूरती को अपनी आंखों से देखकर अनुभव लेने में यकीन रखते हैं. इसी उद्देश्य से यूरोप के 20 देशों का भ्रमण कर चुके हैं.
भागदौड़ भरी जिंदगी के बीच अभिनव की धर्म में गहरी आस्था है. कहते हैं कि पिछले छह सालों से वे छठ पर्व करते हैं. जर्मनी में रह कर भी छठ करना नहीं छोड़ा. अभिनव की बहन आकांक्षा आदित्य सनसाइन से प्लस टू करने के बाद दिल्ली जिम्स से मॉस कम्यूनिकेशन कर रही है.

मां डॉ अनिता ने बताया कि 17 वर्षों तक सनसाइन में पढ़ाया. 2014 में सरकारी सेवा में चली गयी. पिता अनिल कुमार एनजीओ के लिए काम करते थे. 2010 में लंबी बीमारी के बाद अब घर पर ही रहते हैं.

घर की जिम्मेदारी डॉ अनिता के ऊपर है. वे परिवार व नौकरी के साथ ही लेखन का भी शौक रखती हैं. उनकी पुस्तक ‘कसम बाकी है’ का प्रकाशन हो चुका है. वहीं तीन पुस्तकें प्रकाशनाधीन हैं. कनाडा से प्रकाशित पत्रिका में भी उनकी रचनाओं का अनुवाद है. वे मूल रूप से वैशाली जिले के महुआ प्रखंड अंतर्गत करिहौं की रहने वाली हैं. इस समय मुजफ्फरपुर के रामदयालु नगर में पूरा परिवार रहता है.

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