राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस 2017 का समापन
मुशहरी : राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र में साइंस फॉर सोसाइटी की ओर से आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस 2017 का समापन रविवार को हो गया. अध्यक्षता संस्था के राज्य उपाध्यक्ष डॉ सीएस झा ने की. संस्था के राज्य समन्वयक डॉ फुलगेन पूर्वे ने बताया कि परियोजना संबंधी जानकारी लेने वाले 12 जिलों के प्राध्यापक व जिला समन्वयक अपने-अपने जिले में काम करेंगे. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ सुशील कुमार पूर्वे ने कहा कि नीरा पर भी समयानुसार उनके पोषक तत्व में होने वाले परिवर्तन पर परियोजना बना सकते हैं.
लीची के उत्पादन व संरक्षण पर परियोजना बनाने पर यहां के वैज्ञानिकों से भरपूर सहयोग मिल सकता है. प्रयोग में गुणों का तुलनात्मक अध्ययन करना चाहिए. डॉ सीएस झा ने कहा कि आपकी परियोजना में विज्ञान विधि अवश्य दिखायी पड़नी चाहिए. इनमें आंकड़ों का संग्रह, वर्गीकरण, विश्लेषण, व्याख्या महत्वपूर्ण है. विशिष्ट अतिथि डॉ विजय कुमार जायसवाल ने कहा कि आप मूल्यांकनकर्ता का निर्वहन करेंगे तब निष्पक्ष रहेंगे. बच्चों से ऐसा प्रश्न नहीं करेंगे, जो वह नहीं जानते हो. डॉ एनपी राय ने कहा कि बच्चों को परियोजना बनाते समय किसी विचार पर कल्पना या समस्या के निराकरण को ध्यान में रखकर अवधारणा करनी चाहिए. डॉ वीके राय ने कहा कि परियोजना सिर्फ सैद्धांतिक न होकर बाल वैज्ञानिक को अपने जीवन में उतारना चाहिए.धन्यवाद ज्ञापन जयनारायण सिंह ने किया.