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नाबालिग बच्चों की मदद से दो महिला पार्षदों ने किया मतदान
मुजफ्फरपुर: राज्य निर्वाचन आयोग ने अक्षम होने पर मेयर-उप मेयर चुनाव में मतदान के दौरान एक सहयोगी ले जाने की अनुमति दी थी. इसका फायदा दो महिला पार्षदों ने उठाया. वार्ड-12 की पार्षद शहनाज खातून अपने साथ नेहाल कुमार (14) व वार्ड-19 की पार्षद निर्मला देवी अपने साथ निखिल कुमार (13) को लायी थी. दोनों […]
मुजफ्फरपुर: राज्य निर्वाचन आयोग ने अक्षम होने पर मेयर-उप मेयर चुनाव में मतदान के दौरान एक सहयोगी ले जाने की अनुमति दी थी. इसका फायदा दो महिला पार्षदों ने उठाया. वार्ड-12 की पार्षद शहनाज खातून अपने साथ नेहाल कुमार (14) व वार्ड-19 की पार्षद निर्मला देवी अपने साथ निखिल कुमार (13) को लायी थी. दोनों ने वोट डालने में उनकी मदद भी की. शहनाज जहां आठवीं पास हैं, वहीं निर्मला पांचवीं पास. रोचक बात यह है कि दोनों महिला पार्षद उन बच्चों को अपना-अपना रिश्तेदार बता रही थीं, लेकिन उनका नाम उन्हें याद नहीं था.
दोनों नाबालिग बच्चों को समाहरणालय सभागार में ले जाना भी आसान नहीं रहा. दोनों कुछ देर तक एसडीओ पूर्वी व डीएम से अनुमति लेने के लिए आवेदन के साथ परिसर के अंदर-बाहर घूमते रहे. बाद में एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार खुद उन्हें लेकर डीएम धर्मेंद्र सिंह के पास पहुंचे, जो मेयर-उप मेयर चुनाव के निर्वाची पदाधिकारी भी थे. उनकी अनुमति के बाद उन लोगों को समाहरणालय सभागार में जाने की अनुमति मिली.
सुबह नौ बजे ही घर से निकल गये थे नंदू बाबू
नगर निगम के मेयर पद की लड़ाई में रनर बने नंद कुमार साह उर्फ नंदू बाबू सुबह ठीक नौ बजे पंकज मार्केट, सरैयागंज स्थित अपने आवास से निकल गये. पहली मंजिल पर स्थित आवास से जैसे ही नीचे उतरे, पंडित रविंद्र झा ने तिलक लगाया. उनके साथ तीन-चार लोग थे, जो बेहद करीबी लगे. परिणाम की चर्चा को उन्होंने हंसते हुए टाल दिया. बोले, वह तो मतदान के बाद ही पता चलेगा. बताया कि अभी दावेदारी को लेकर कुछ प्रक्रिया पूरी करनी है, सो पहले ही निकल रहे हैं.
एक पार्षद को मनाने में रात भर लगे रहे दिग्गज
नगर के नवनिर्वाचित 40 पार्षदों की स्थिति तो लगभग साफ थी, लेकिन नौ पार्षदों को लेकर दोनों खेमों की बेचैनी रात भर बढ़ती रही. सुबह एक खेमे के समर्थक ने बताया कि इनमें आठ पार्षद दोनों तरफ अपना झुकाव दिखा रहे हैं, जिससे संशय बढ़ गया है. जिनसे मिले, उन्हें अपना समर्थन दे दिया. हालांकि एक पार्षद ऐसा भी था, जिसने गुरुवार देर रात तक अपनी जिद से सबको बेचैन किये रखा. उसका कहना था कि जितने भी दावेदार मैदान में होंगे, सबको वोट करेगा जिससे वोट इनवैलिड हो जाए.
दोपहर तक बदल गया पंकज मार्केट का नजारा
पंकज मार्केट का नजारा दोपहर तक बदल गया. सुबह चाय की चुस्कियों के साथ निगम की नयी सरकार को लेकर लोगों की उत्सुकता परवान चढ़ने लगी थी. नंद कुमार साह उर्फ नंदू बाबू की दावेदारी को लोग मजबूत मान रहे थे. खासकर पंकज मार्केट के दुकानदारों में काफी उत्साह था. हालांकि दोपहर में मेयर पद का परिणाम आने के बाद दुकानदारों में मायूसी छा गयी. महज एक वोट के अंतर से हार की खबर से सभी के चेहरे उतरे हुए थे.
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