मुशहरी: राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र की 17 वें स्थापना दिवस के अवसर पर 6-7 जून को दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है. इसमें देश के विभिन्न क्षेत्र में लीची पर काम कर रहे वैज्ञानिकों, लीची को उन्नति के मार्ग पर ले जाने वाले किसानों, उद्यमियों और अपनी लेखनी के माध्यम से लीची को जनमानस तक पहुंचाने वाले जिले के पत्रकारों को सम्मानित भी किया जायेगा. केंद्र निदेशक डॉ विशालनाथ ने सोमवार को प्रेस कान्फ्रेंस में यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि दो दिवसीय इस सम्मेलन में करीब 100 वैज्ञानिक, 40 किसान व उद्यमी भी शामिल होंगे. मुख्य अतिथि भारत सरकार के बागवानी विभाग के पूर्व उपमहानिदेशक डॉ एचपी सिंह होंगे. वहीं आइसीएआर के सहायक महानिदेशक डॉ डब्लूएस ढिल्लो विशिष्ट अतिथि होंगे. संवाददाता सम्मेलन के दौरान ही ये दोनों अतिथि पहुंच गये हैं. अन्य लोगों का आना भी शुरू हो गया है. कार्यक्रम में सबौर कृषि विवि के कुलपति डॉ एके सिंह, पूसा कृषि विवि के कुलपति डॉ आरसी श्रीवास्तव, आइसीएआर पटना के निदेशक डॉ बीपी भट्ट भी शामिल होंगे. अन्य प्रमुख लोगों में पूर्व कुलपति डॉ गोपालजी त्रिवेदी, डॉ शैलेंद्र राजन, मोदीपुरम के निदेशक डॉ एएस पंवार, लीची अनुसंधान केंद्र के पूर्व निदेशक डॉ केके कुमार, नींबू अनुसंधान केंद्र नागपुर के डॉ एके श्रीवास्तव, फसल उत्पादन विभाग लखनऊ के अध्यक्ष डॉ घनश्याम पांडेय, आलू अनुसंधान केंद्र पटना के डॉ शंभु कुमर इसमें शामिल होंगे. डॉ विशालनाथ ने बताया की यह एक अनोखा राष्ट्रीय सम्मलेन होगा जिसमे वैज्ञानिक, किसान, उद्यमी, पत्रकार सभी का जमावड़ा होगा.
दो दिनों में कुल सात सत्र होंगे. इसमें वैज्ञानिक अपना शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे. हर सत्र के सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र को पुरस्कृत किया जायेगा. सबसे पहले डॉ एचपी सिंह लीची उत्पादन की भविष्य की रणनीति पर व्याख्यान देंगे. ज्ञान मंथन शिविर में पहला सत्र लीची किस्म विकास के आधुनिक तौर तरीकों पर होगा. इसके अध्यक्ष केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संसथान के निदेशक डॉ शैलेंद्र राजन होंगे. दूसरा सत्र लीची उत्पादन के नवीनतम तकनीक पर होगा. इसकी अध्यक्षता डॉ डब्लू एस ढिल्लो करेंगे. तृतीय सत्र प्राकृतिक संसाधनों के स्थायी उपयोग से लीची उत्पादन कैसे बेहतर हो पर होगा. इसकी अध्यक्षता डॉ बीपी भट्ट व डॉ एएस पंवार करेंगे. चौथा सत्र छत्रक प्रबंध का होगा.
इसके अध्यक्षता वे स्वयं करेंगे. पांचवा सत्र कीट पतंगों और बीमारी प्रबंध पर डॉ केके कुमार की अध्यक्षता में होगा. छठा सत्र तुराई के बाद प्रबंधन का होगा. अध्यक्ष बार्क के डॉ एसके घोष होंगे. सातवां सत्र समापन का होगा. यह खुला सत्र होगा. इसकी अध्यक्षता डॉ एचपी सिंह करेंगे. इसमें किसान खुले मंच से अपनी समस्याएं रखेंगे और उसका निराकरण किया जायेगा. मौके पर सचिव डॉ शेषधार पांडेय, संयोजक डॉक्टर अमरेंद्र कुमार,डॉ विनोद थे.