मुजफ्फरपुर नगर निगमकर्मियों ने मांगों को लेकर निगम कार्यालय में कामकाज ठप कर दिया गया. पूर्व से तय कार्यक्रम के तहत बिहार लोकल बॉडीज के बैनर तले कार्यालय के कर्मी हड़ताल पर चले गये. सुबह में अलग-अलग शाखाओं के प्रभारी व कर्मी निगम कार्यालय पहुंचे, लेकिन कार्यालय का ताला नहीं खुला. निगम के पदाधिकारी इस प्रयास में थे कि हड़ताल नहीं हो. लेकिन नगर निगम कर्मचारी संघ के कर्मी नहीं माने. कर्मचारियों का कहना है कि वो सरकार से आश्वासन नहीं समाधान चाहते हैं. जब तक मांगे नहीं मानी जाएगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
शहर की सफाई व्यवस्था जारी रही. निगम में दो संघों के बीच मतभेद के कारण हड़ताल का स्वरूप भी बदल गया है. कामगार यूनियन के बैनर तले सोमवार को सफाईकर्मी हड़ताल में नहीं शामिल हुए. आम दिनों की तरह सभी कर्मी अपने कार्य स्थल पर थे. नगर निगम कामगार यूनियन के सचिव रामलखन सिंह व अध्यक्ष अशोक राय ने बताया कि बुधवार से उनका संघ हड़ताल में शामिल होगा. वहीं बिहार लोकल बॉडीज के महामंत्री अशोक सिंह व नगर निगम कर्मचारी संघ के मंत्री सत्येंद्र सिंह ने कहा कि पटना के साथ सभी जिलों में कर्मी हड़ताल पर हैं. दो दिनों में मांग पूरी नहीं हुई, तो पानी की सेवा भी बंद कर दी जायेगी. निगमकर्मी सातवां वेतनमान, संविदा कर्मियों को न्यूनतम 18 हजार रुपये महीना वेतन सहित कई मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं.
नगर निगम कार्यालय में हड़ताल से सबसे अधिक जन्म-मृत्यु शाखा का काम प्रभावित हुआ है. जानकारी के अनुसार 250 जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र की फाइल लटक गयी है. दूसरी ओर आरटीपीएस काउंटर, आवास योजना, नक्शा शाखा, जलकार्य शाखा, कर शाखा का काम पूरी तरह से ठप है.