मुंगेर. स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षा बैठक गुरुवार को समाहरणालय संवाद कक्ष में जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा की अध्यक्षता में हुई. इसमें सदर अस्पताल सहित जिले में संचालित स्वास्थ्य कार्यक्रमों के प्रत्येक बिंदुओं पर चर्चा हुई. इसे लेकर डीएम ने कई आवश्यक निर्देश दिये. इस दौरान प्रभारी सिविल सर्जन डाॅ रामप्रवेश प्रसाद, जिला कार्यक्रम प्रबंधक फैजान अशर्फी, प्रभारी प्रतिरक्षण पदाधिकारी डाॅ फैजुद्दीन समेत अन्य मौजूद थे.
जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि प्रत्येक मासिक बैठक के पूर्व सिविल सर्जन अपने स्तर से साप्ताहिक समीक्षा कर सभी पीएचसी, एचडब्ल्यूसी सहित अन्य स्वास्थ्य केंद्रों से अद्यतन प्रगति प्रतिवेदन तैयार कर ही बैठक में उपस्थित होंगे. मासिक समीक्षा बैठक में सभी रिपोर्ट अद्यतन रखें. उन्होंने प्रसव पूर्व जांच की समीक्षा रिपोर्ट संतोषजनक नहीं रहने पर असंतोष व्यक्त किया. इसमें सुधार के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि यदि प्रसव पूर्व जांच लगातार हो रही है, तो डिलीवरी रिपोर्ट में कमी क्यों है. इसकी समीक्षा करें और जहां कमी है. उस पर कार्रवाई करें. उन्होंने सी-सेक्शन के रिपोर्ट में भी सुधार के निर्देश दिये. इस दौरान जमालपुर प्रखंड के इंद्ररूख स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के बंद रहने की सूचना पर जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम प्रबंधक को निर्देश दिया कि तत्काल संबंधित थाना से बात कर गश्ती कराएं तथा इसकी जांच करें.अस्पताल के बाहर अतिक्रमण व दलाली नहीं की जायेगी बर्दाश्त
जिलाधिकारी ने सरकारी अस्पतालों के आसपास अथवा परिसर में अतिक्रमण व दलालों के सक्रियता की सूचना पर भी कई निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि यदि अस्पताल या परिसर में कहीं भी अतिक्रमण है तो तत्काल उसे खाली कराएं. इस संबंध में सीधे अंचलाधिकारी से पत्राचार कर कार्रवाई कराएं तथा रिपोर्ट उपलब्ध कराएं. जिलाधिकारी ने कहा कि अस्पतालों में बिचैलियों की लगातार शिकायतें प्राप्त होती है. इस पर सख्ती से कार्रवाई करें. बिचौलियों को चिन्हित करें तथा उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराएं, ताकि ऐसे तत्व अस्पतालों में मरीजों व उनके अभिभावकों को परेशान न करें. उन्होंने कहा कि अस्पताल के बाहर अतिक्रमण व दलालों की सक्रियता कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी.ससमय ओपीडी नहीं करने वाले चिकित्सकों से मांगें स्पष्टीकरण
ओपीडी वाइटल रिपोर्ट की समीक्षा में धरहरा की प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए उसमें सुधार के निर्देश दिये गये. वहीं आइपीडी में चिकित्सकों को प्रत्येक दिन वार्ड में दो राउंड मरीजों की जांच के लिए निर्देश दिये. समीक्षा के क्रम में बताया गया कि शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों द्वारा ससमय ओपीडी नहीं की जा रही है. इसे लेकर जिलाधिकारी ने तत्काल ऐसे सभी चिकित्सकों से स्पष्टीकरण मांगने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया. अल्ट्रासाउंड जांच को लेकर जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक दिन अधिक से अधिक मरीजों कीअल्ट्रासाउंड जांच हो, ऐसी व्यवस्था करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है