मुंगेर ———————- एडीजी सीआईडी सह मुंगेर जिला के नोडल अधिकारी पारसनाथ ने कहा कि 1 जुलाई 2025 से केस डायरी कंप्यूटर पर लिखी जाएगी. इसका मतलब है कि अब से केस डायरी लिखने के लिए कागज़ और कलम का उपयोग नहीं किया जाएगा. बल्कि इसे कंप्यूटर पर डिजिटल रूप से दर्ज किया जायेगा. वे बुधवार को पुलिस लाइन के सभागार में आयोजित बैठक में उपस्थित पुलिस पदाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे. बैठक में मुंगेर रेेंज के डीआइजी राकेश कुमार, एसपी सैयद इमरान मसूद मुख्य रूप से मौजुद थे. उन्होंने कहा कि यह फैसला जांच प्रक्रिया को और अधिक कुशल और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से लिया गया है. कंप्यूटर पर केस डायरी लिखने से जानकारी को संग्रहीत करना, एक्सेस करना और साझा करना आसान हो जायेगा. इसके अतिरिक्त, यह गलतियों की संभावना को कम करने और डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी मदद करेगा. यह कदम आधुनिक तकनीक का उपयोग करके अपनी जांच प्रक्रियाओं को आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने लंबित कांडों की समीक्षा करते हुए उसके निष्पादन में तेजी लाने का जहां निर्देश दिया. वहीं एसडीपीओ, डीएसपी व इंस्पेक्टर स्तर पर सुपरविजन के लंबित मामलों के निष्पादन में तेजी लाने का निर्देश दिया. उन्होंने गंभीर कांडों की समीक्षा की और इसमें फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया. उन्होंने उपलब्ध कराये गये कंप्यूटर, मोबाइल की क्या स्थिति है, उस पर काम हो रहा अथवा नहीं उसकी भी समीक्षा की. साथ ही सभी को कंप्यूटर चलाने के लिए प्रशिक्षित करने का निर्देश दिया. उन्होंने ई-साक्ष्य एप का पुलिस द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है या नहीं उसकी भी समीक्षा की. उन्होंने स्पीडी ट्रायल, सजा की स्थिति, सीसीटीएनएस की स्थिति, डायल-112 के कार्यों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिये. उन्होंने कहा इस जिले के वे नोडल है और हर महीने यहां केश का रिव्यू पुलिस अधिकारी के साथ करते हैं. बेहतर और पारदर्शी कार्य संपादित करने के लिए यह बैठक आयोजित की जाती है. ताकि पुलिस के प्रति जनता का विश्वास कायम रहे. उन्होंने पुलिस लाइन में नवनियुक्त सिपाही से मिले और उनको दिये जा रहे प्रशिक्षण का भी जायजा लिया.
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