इस बीच आग की तीव्रता लगातार बढ़ती गयी तथा किसी को उस कमरे में प्रवेश करने की हिम्मत नहीं हुई. एकाएक भयंकर आवाज के साथ सिलिंडर फट गया. आवाज इतनी तेज थी कि पूरे मुहल्ले में इसे सुना गया. दूसरी ओर मकान के टीन की छत भी उड़ गयी, इस कारण आग की विभिषिका कम पड़ी. वहीं लपट ने आसपास के क्षेत्रों को भी अपनी चपेट में ले लिया था. शुक्र था कि उस समय कमरे में कोई नहीं था. उधर आसपास के लोगों ने कमरे में लगी आग पर किसी प्रकार काबू पाया. बिलखती हुई कलावती देवी ने बताया कि उसके तीनों कमरे को आग ने अपनी चपेट में ले लिया था और घर के कपड़े तथा केवाला तथा बच्चों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र सब कुछ जल कर खाक हो गया.
आग बुझाने के क्रम में उसकी पुत्री कांति देवी तथा पड़ोस के उमाशंकर आंशिक रूप से घायल हो गये. पीड़िता ने दावा किया कि लगभग डेढ़ लाख की संपत्ति जल कर राख हो गयी. मौके पर वार्ड पार्षद चंद्रशेखर प्रसाद, रीतेश शर्मा, मुकेश यादव, नित्यानंद, पप्पू प्रसाद, शंभू यादव तथा भीम मंडल मुख्य रूप से उपस्थित थे. फरीदपुर ओपी पुलिस ने घटना पर पहुंच कर मामले की जानकारी ली.