मुंगेर : मुंगेर जिले में देशी एवं विदेशी शराब की कुल 53 दुकानें संचालित होती थी. देशी शराब की 11 तथा विदेशी शराब की दुकान शहरी क्षेत्र में 21 एवं कंपोजिट दुकान ग्रामीण क्षेत्र में 21 संचालित हो रही थी. साथ ही वित्तीय वर्ष 2014-15 में शराब के कारोबार से सरकार को मुंगेर से 28 करोड़ तथा वित्तीय वर्ष 2015-16 में 31 करोड़ रुपये राजस्व की प्राप्ति हुई थी. किंतु शराबबंदी के बाद शराब के कारोबारी ने अपना कारोबार बदला और आज जहां शराब बिक रही थी.
वहीं मिठाई व रेस्टोरेंट की दुकानें खुल गयी है. शहर के मकससपुर निवासी धर्मेंद्र मंडल वर्ष 2007 से शराब का कारोबार कर रहा है. उसके शराब दुकान में आधे दर्जन लोग काम करते थे. सरकार ने जब 5 अप्रैल से शराबबंदी की घोषणा की तो सभी बेरोजगार हो गये. मैंने स्वीट्स कार्नर खोल दिया. विश्वास से कहीं ज्यादा रिसपांस मिला. 15 वर्ष से शराब के कारोबार से जुड़े बड़ी बाजार निवासी ओम प्रकाश यादव ने पानी का नया व्यवसाय शुरु किया. वह इस व्यापार से काफी संतुष्ठ है.
आज कई बेरोजगारों को यहां रोजगार मिल गया है. चौक बाजार निवासी सुधांशु यादव ने बताया कि वह पिछले 17 वर्षो से शराब के कारोबार से जुड़ा रहा. जब सरकार ने राज्य में पूर्ण शराबबंदी की घोषणा की तो मैं काफी परेशान हो गया. मैंने बाटा चौक स्थित उसी शराब की दुकान में स्वीट्स जंक्शन मिटाई की दुकान खोल दी. जिससे अच्छी-खासी कमाई हो जाती है.