मुंगेर : भाजपा के वरीय नेता व विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता डॉ प्रेम कुमार ने कहा है कि बिहार में लोकतंत्र पर खतरा उत्पन्न हो गया है. लोकतंत्र के चार स्तंभ विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका और प्रेस सभी पर हमले हो रहे. पिछले सात माह में जिस प्रकार अपराध का ग्राफ बढ़ा है उससे राज्य […]
मुंगेर : भाजपा के वरीय नेता व विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता डॉ प्रेम कुमार ने कहा है कि बिहार में लोकतंत्र पर खतरा उत्पन्न हो गया है. लोकतंत्र के चार स्तंभ विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका और प्रेस सभी पर हमले हो रहे. पिछले सात माह में जिस प्रकार अपराध का ग्राफ बढ़ा है उससे राज्य की जनता दहशत में है.
वे रविवार को मुंगेर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. प्रेस वार्ता में पार्टी के वरीय नेता व पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव, प्रदेश प्रवक्ता प्रो अजफर शमशी व जिलाध्यक्ष कुमार प्रणय मौजूद थे.
अपराध के कारण विकास कार्यों में बाधा : डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि मोतिहारी में रंगदारी की घटना, गोपालगंज में न्यायिक पदाधिकारी की पिटाई, सहरसा के डीआइजी से रंगदारी मांगना, बीजेपी के नेता केदार सिंह की हत्या व पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या करना इसका उदाहरण है कि लोकतंत्र के सभी स्तंभ पर आपराधिक हमले हो रहे हैं. एेसे में यह प्रदेश कैसे चलेगा. अपराध का आलम यह है कि राज्य में कोई भी बड़ी एजेंसी विकास कार्यों को करना नहीं चाहती. क्योंकि विकास कार्य करने वाले एजेंसी से रंगदारी की मांग की जा रही है.
बिहार में घोटालों का दौर : प्रेम कुमार ने कहा कि बिहार में घोटालों का दौर चल रहा है. दवा घोटाला, छात्रवृत्ति घोटाला के बाद जिस प्रकार टॉपर घोटाला हुआ है उससे राज्य की छवि धूमिल हुई है. ऐसे मामलों में सत्ता का संबंध सीधे तौर पर सामने आ रहा.
बिहार में लोकतंत्र…
इसलिए जब तक इन मामलों की जांच सीबीआइ से नहीं करायी जाती घोटालेबाजों पर कार्रवाई नहीं हो पायेगी. बिहार की सरकार ने राज्य के मेधा के साथ धोखा किया है.
नहीं दी जा रही जमीन
प्रतिपक्ष के नेता ने राज्य सरकार पर विकास के मामले में राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा राज्य में चलायी जा रही परियोजनाओं के लिए राज्य सरकार भूमि उपलब्ध नहीं करा रही है. इससे विकास के मामले में बिहार पिछड़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि मुंगेर का गंगा पुल बन कर तैयार है. लेकिन एप्रोच पथ नहीं बनने से उसका लाभ राज्य की जनता नहीं उठा पा रही है. केंद्रीय विश्वविद्यालय व एम्स के लिए भी बिहार सरकार भूमि उपलब्ध नहीं करा रही है. जिससे इन परियोजनाओं पर कार्य प्रारंभ नहीं हो पा रहा है.
लोकतंत्र के चारों स्तंभ विधायिका, कार्यपालिका न्यायपालिका व प्रेस पर हो रहे हमले
सदन से सड़क तक होगी लड़ाई
डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि शीघ्र ही विधानसभा का मॉनसूत्र सत्र प्रारंभ होने वाला है. इसमें इस मुद्दे को लेकर पार्टी सरकार को घेरेगी. साथ ही हम विकास के मुद्दे पर सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ेंगे.