मुंगेर: ग्रामीण भंडारण पर बैंक एवं सरकारी पदाधिकारियों के लिए गुरुवार को जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसका उदघाटन जिला पदाधिकारी नरेंद्र कुमार सिंह, डीडीएम नाबार्ड शीतांशु शेखर एवं एलडीएम एसबी मिश्र ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया.
संचालन हक के सचिव पंकज कुमार सिंह एवं पनाह आश्रम सचिव मो महफूज आलम ने किया. जिलाधिकारी ने कहा कि खाद्य सुरक्षा अधिनियम लागू होने से ग्रामीण गोदाम की मांग बढ़ने वाली है. गोदामों की भारी कमी है जिससे किसानों का अनाज बर्बाद हो जाता है.
उन्होंने कहा कि किसान या अन्य उद्यमी भारत सरकार एवं नाबार्ड की इस योजना का फायदा उठा कर ज्यादा से ज्यादा गोदाम निर्माण करें. बैंकों से आह्वान किया वह भी इसके लिए अधिक ऋण मुहैया कराये. डीडीएम नाबार्ड ने ग्रामीण भंडारण योजना पर बैंकरों को विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि रस वास्ते भारत सरकार द्वारा 15.33 प्रतिशत तक अनुदान उपलब्ध है. गोदाम कैसे बने, कितनी लागत से बने एवं क्या-क्या कागजात लगेंगे इसके बारे में जानकारी दी. जिला अग्रणी प्रबंधक ने बैंकों को बताया कि गोदाम बनाने के उपरांत एफसीआइ, केंद्र एवं राज्य वेयर हाऊसिंग कॉरपोरेशन से लीज पर किसानों एवं उद्यमियों के द्वारा अच्छी कमाई की जा सकती है.
मौके पर बेगूसराय, समस्तीपुर, भागलपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक, सभी बैंक के वरीय शाखा प्रबंधक, विजय वर्मा, अभिमन्यु, रामविलास सिंह, रंगीला यादव, विशाल, प्रीतम, सुनील मेहता ने भाग लिया.