जमालपुर : नगर परिषद प्रबंधन द्वारा मंगलवार को शहर के कुछ भागों में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया. इसको लेकर पूरे नगर परिषद क्षेत्र में दिन भर हड़कंप मचा रहा. नगर प्रशासन द्वारा जमालपुर थाना पुलिस एवं प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी सह प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी अरविंद कुमार गौतम की मौजूदगी में 14 अतिक्रमणकारियों से बतौर जुर्माना 13 हजार राजस्व की वसूली की गई.
जुबली वेल से आरंभ हुआ अभियानकार्यपालक पदाधिकारी दिनेश दयाल लाल के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाओ अभियान आरंभ किया गया. सबसे पहले स्टेशन चौक की ओर दल निकला. जहां कई दुकानों के बाहर नाले पर लगाये गये सीमेंट के स्लैब को मजदूरों द्वारा तोड़ डाला गया. हालांकि कई लोगों द्वारा इसका विरोध भी किया गया.
इस बीच वैसे लोगों से बतौर जुर्माना राशि भी वसूल की गई, जिसकी प्राप्ति रसीद भी उन्हें दे दी गई. स्टेशन चौक से बराट चौक होते अभियान दल वापस बड़ी देवी, शनि मंदिर होते वंशीधर चौक होकर वापस जुबली वेल चौक पहुंचा. कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि सड़कों एवं नालों पर अवैध रूप से अतिक्रमण करने वाले अतिक्रमणकारियों को पूर्व में ही नोटिस जारी कर अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया गया था. बदली सड़कों की सूरतअभियान को लेकर शहर में हड़कंप मचा रहा.
स्टेशन रोड सहित कई स्थानों पर दुकानदारों को अपने ढांचे को स्वयं हटाते देखा गया. कई दुकानदार अपने सामानों को हड़बड़ी में समेटते नजर आये. वहीं स्टेशन चौक से बराट चौक के बीच अतिक्रमणकारियों के हटते ही सड़क की चौड़ाई एकाएक बढ़ गई. बराट चौक से शनिमंदिर तक भी ऐसा ही देखने को मिला. परंतु शनिमंदिर के सामने वाली सड़क पर अभियान नहीं चलाया गया. वैसे पूरे शहर के अतिक्रमणकारियों में हड़बड़ी देखी गई.
पक्षपात करने की भी रही चर्चानप प्रशासन द्वारा चलाये गये अभियान को लेकर कई लोगों ने जहां ऐसी कार्रवाई लगातार चलाने की मांग की, वहीं कुछ लोगों ने अभियान के दौरान पक्षपात बरतने की भी बात कही. कुछ लोगों ने कहा कि शहर के सभी सड़कों से अतिक्रमण हटाये जाये, तो कुछ ने ऐसा अभियान समय-समय पर चलाने की वकालत की.
कुछ पीडि़तों ने कहा कि उसका स्लैब तो हटा दिया गया, परंतु उसके बगल के रसूखदारों के स्लैब को छुआ भी नहीं गया. वैसे नगर प्रशासन ने ऐसे किसी आरोप को नकार दिया है.–अतिक्रमण से जमालपुरवासी हैं
परेशानजमालुपर की अतिक्रमित सड़कें जमालपुर : नगर परिषद का क्षेत्र अतिक्रमणकारियों की चपेट में फंसा हुआ है. शहर के सदर बाजार क्षेत्र इससे सर्वाधिक प्रभावित है.
इसमें भी सदर बाजार फांड़ी से बराट चौक, बराट चौक से वंशीधर मोड़ एवं स्टेशन चौक की स्थिति सबसे खराब है. आलम यह कि सड़क के दोनों ओर तीन से चार फुट तक स्थायी रूप से स्टॉल व ढांचा का निर्माण कर लिये जाने के कारण सड़क की चौड़ाई गली के बराबर बच गई है. ऊपरी रोड के स्टेशन चौक से लोको रोड की स्थिति भी अत्यंत दयनीय बनी हुई है,
जहां दो सौ मीटर की दूरी तय करने में लोगों को प्रतिदिन आधा घंटा तक का समय लग जाता है. इस सड़क पर दोनों ओर सब्जी एवं मछली व मटन या चिकन की स्थायी दुकान लगायी गई है. सड़क की चौड़ाई कम हो जाने के कारण वहां जाम की स्थिति बनी रहती है. ऐसे में अतिक्रमण हटाये जाने की कार्रवाई से लोगों ने चैन की तो सांस ली है.
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भी तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी प्रतिभा कुमारी के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाया गया था. परंतु नगर परिषद की ढुलमुल नीति के कारण पूरे शहर पर अतिक्रमणकारियों ने दुबारा कब्जा जमा लिया था.
हालांकि जानकार बताते हैं कि एक बार अतिक्रमण हटा कर मुक्त कराये गये स्थल पर दुबारा अतिक्रमण करने वाले के विरुद्ध संबद्ध थाना द्वारा कार्रवाई का प्रावधान है. देखना यह है कि इस बार दुबारा अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध क्या कार्रवाई की जाती है.