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सदर अस्पताल में छह एंबुलेंस उपलब्ध, रोगियों के लिए मात्र एक

सदर अस्पताल में छह एंबुलेंस उपलब्ध, रोगियों के लिए मात्र एक विभागीय उदासीनता के कारण सरकारी एंबुलेंस में लग रहा जंगफोटो संख्या : 6 फोटो कैप्सन : अस्पताल में जंग खा रहा 1099 एंबुलेंस प्रतिनिधि, मुंगेरमुंगेर सदर अस्पताल में यूं तो छह एंबुलेंस उपलब्ध है. किंतु मात्र एक एंबुलेंस ही रोगियों की सेवा के लिए […]

सदर अस्पताल में छह एंबुलेंस उपलब्ध, रोगियों के लिए मात्र एक विभागीय उदासीनता के कारण सरकारी एंबुलेंस में लग रहा जंगफोटो संख्या : 6 फोटो कैप्सन : अस्पताल में जंग खा रहा 1099 एंबुलेंस प्रतिनिधि, मुंगेरमुंगेर सदर अस्पताल में यूं तो छह एंबुलेंस उपलब्ध है. किंतु मात्र एक एंबुलेंस ही रोगियों की सेवा के लिए है. अन्य पांच अस्पताल में जंक खा रहा है. किसी एंबुलेंस का चालक हड़ताल पर है तो किसी की संविदा खत्म हो गयी है. इस परिस्थिति में यहां के रोगियों को प्राइवेट एंबुलेंस से ही पटना व भागलपुर आपात स्थिति में ले जाना पड़ता है. छह में से मात्र एक एंबुलेंस कार्यरत सदर अस्पताल में केंद्र व राज्य सरकार द्वारा कुल छह एंबुलेंस उपलब्ध कराये गये हैं. जिसमें दो 1099, दो 102, एक 108 व एक सांसद विकास निधि के तहत एंबुलेंस दिया गया है. किंतु वर्तमान समय में 102 नंबर का मात्र एक एंबुलेंस ही काम कर रहा है. बांकी पांच एंबुलेंस यूं ही अस्पताल में पड़ा है. हड़ताल पर है 1099 एंबुलेंस के चालक1099 एंबुलेंस के चालक पिछले 2 मार्च 2015 से हड़ताल पर है. चालकों ने 1099 के एनजीओ से नियमित रूप से वेतन भुगतान व वाहन में डीजल आपूर्ति की मांग रखी है. जिसे एनजीओ द्वारा अब तक पूरा नहीं किया गया है. मालूम हो कि इस एंबुलेंस में आइसीयू की सारी सुविधाएं उपलब्ध है. किंतु चालकों के हड़ताल पर चले जाने के कारण जिले वासियों को एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिल पा रही है.108 एंबुलेंस का संविदा हो गया समाप्तपिछले सितंबर माह में ही 108 नंबर के एंबुलेंस की संविदा समाप्त हो गयी है. पूर्व में इस एंबुलेंस के संचालन के लिए जिकिजा एनजीओ ने संविदा लिया था. किंतु एक माह बीत जाने के बाद भी अब तक इस एंबुलेंस सेवा को बहाल करने के लिए संविदा नहीं निकाली गयी है. 102 एंबुलेंस का एक वाहन है खराबसदर अस्पताल में 102 नंबर का दो एंबुलेंस उपलब्ध है. किंतु एक एंबुलेंस पिछले एक पखवारे से खराब पड़ी हुई है. जिसे अब तक ठीक नहीं करवाया गया. नतीजतन एक ही एंबुलेंस के सहारे अस्पताल में मरीजों को सेवा उपलब्ध करायी जा रही है.एंबुलेंस से ढोया जाता है दवा अस्पताल में सांसद निधि से एक एंबुलेंस उपलब्ध कराया गया है. किंतु इस एंबुलेंस का लाभ आम मरीजों को नहीं के बराबर ही मिल पाता है. इस एंबुलेंस का उपयोग मुख्य रूप से दवा की ढुलाई व अस्पताल के अन्य कार्यक्रमों के लिए किया जा रहा है. जबकि अस्पताल में इसे मरीजों के इलाज के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है.क्या है एंबुलेंस की सेवाकिसी भी सरकारी एंबुलेंस में गर्भवती महिलाओं, नवजात बच्चे, वरिष्ठ नागरिक, दुर्घटना एवं गरीबी रेखा के नीचे के मरीजों को नि:शुल्क सेवा उपलब्ध कराया जाता है. किंतु इसके अलावे अन्य मरीजों को एंबुलेंस की सेवा के लिए 9 रुपये प्रति किलोमीटर की दर से किराये का भुगतान करना पड़ता है.कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षकअस्पताल उपाधीक्षक डॉ राकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि 1099 के चालक हड़ताल पर हैं तथा 108 का संविदा समाप्त हो चुका है. 102 का एक एंबुलेंस खराब है जिसे ठीक कराने के लिए पटना भेजा जायेगा. उन्होंने बताया कि सांसद निधि से मिला एंबुलेंस पेट्रोल पर चलता है. इस कारण से इसे मरीजों के सेवा में नहीं भेजा जाता है.

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