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सदर अस्पताल : अपनी बदहाली पर आंसू बहा चिकित्सक आवास

दस वर्षों से खली पड़ा है आवास, चोर ले गये खिड़की व दरवाजाफोटो संख्या : 5फोटो कैप्सन : जर्जर पड़ा चिकित्सक आवास प्रतिनिधि , मुंगेरकुव्यवस्था व रख-रखाव के अभाव में सदर अस्पताल का चिकित्सक आवास इन दिनों खंडहर में तब्दील हो चुका है. पिछले दस वर्षों से यह आवास खाली पड़ा हुआ है. इतना ही […]

दस वर्षों से खली पड़ा है आवास, चोर ले गये खिड़की व दरवाजाफोटो संख्या : 5फोटो कैप्सन : जर्जर पड़ा चिकित्सक आवास प्रतिनिधि , मुंगेरकुव्यवस्था व रख-रखाव के अभाव में सदर अस्पताल का चिकित्सक आवास इन दिनों खंडहर में तब्दील हो चुका है. पिछले दस वर्षों से यह आवास खाली पड़ा हुआ है. इतना ही नहीं आवास के लगभग सारे दरवाजे व खिड़की चोरी हो चुके हैं. यहां पर किसी के नहीं रहने के कारण दिन में ही यह भूत बंगला नजर आ रहा है. वीरान पड़ा है चिकित्सक आवासस्वास्थ्य विभाग ने इस उद्देश्य से सदर अस्पताल में चिकित्सकों के लिए आवास का निर्माण कराया था कि चिकित्सकों को ऑन कॉल ड्यूटी पर आने में जरा भी देर न हो. साथ ही मरीजों को तत्क्षण विशेषज्ञों द्वारा चिकित्सा सेवा उपलब्ध हो सके. किंतु विभाग का यह उद्देश्य ढाक के तीन पात साबित हुआ. पिछले दस वर्षों से इस आवास में कोई नहीं रहते हैं. क्वार्टर खाली पड़ा रहने एवं रख- रखाव के अभाव में यह भूत बंगला बन गया है. भत्ता के चक्कर में क्वार्टर को छोड़ाजैसे-जैसे सदर अस्पताल के चिकित्सक पुराने होते गये. वैसे-वैसे वे लोग शहर में किसी अन्य जगहों पर डेरा लेकर रहने लगे या फिर स्वयं का ही आवास बना कर रहने लगे. आवास के लिए निजी व्यवस्था कर लेने के कारण चिकित्सकों को उनके वेतन का दस प्रतिशत आवास भत्ता मिलने लगा. देखा- देखी में एक- एक कर सभी चिकित्सकों ने सरकारी क्वार्टर छोर दिया. कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षकअस्पताल उपाधीक्षक डॉ राकेश कुमार सिन्हा ने कहा कि दस साल से यह चिकित्सक आवास खाली पड़ा हुआ है. इसके मरम्मती के लिए फिलहाल कोई फंड नहीं है. भवन निर्माण विभाग द्वारा यदि इसकी मरम्मती करा दी जाय तो फिर यह आवास फिर से उपयोगी बन सकता.

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