मुंगेर : मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पीर पहाड़ तौफिर गांव में बाल विवाह तथा यौन शोषण जैसा समाज को शर्मसार कर देने वाला एक मामला प्रकाश में आया है़ जो सामाज के डिजाइनर बुद्धिजीवियों तथा समाजसेवियों को आईना दिखा रहा है. इस मामले में पुलिस ने पीड़िता के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की है तथा बुधवार को पुलिस अभिरक्षा में सदर अस्पताल में पीड़िता का मेडिकल जांच करायी गयी. बताया जाता है कि सदर प्रखंड के पीर पहाड़ तौफिर गांव निवासी ने अपनी पुत्री का विवाह वर्ष 2015 में ही कर दिया. उस समय उसकी उम्र 16 वर्ष थी, इस बात का दावा पुलिस ने उसके मैट्रिक प्रमाण पत्र के आधार पर किया है़
16 वर्ष की उम्र में लड़की का विवाह कराना कानूनन जुर्म माना जाता है़ बावजूद इसके परिजनों ने विवाह के उपरांत उसे उसके पति के साथ ससुराल भेज दिया. विवाह के एक महीने बाद ही ससुराल वालों ने उसे ठुकरा कर वापस मायके भेज दिया. तब से आजतक लड़की तथा उसके पति के बीच न तो कोई संवाद हुआ और न ही दोनों पक्ष में आना-जाना ही हुआ. तब से वह अपने मायके में ही मायूस रह रही थी. इसी बीच तौफिर गांव के ही किशुनदेव चौधरी के पुत्र राजीव चौधरी ने उसे अपने प्रेम जाल में फंसा लिया तथा शादी का झांसा देकर इसी वर्ष 2 फरवरी को बाहर ले गया. पीड़िता ने बताया कि उसे यह पता नहीं चला कि उसे कहां ले गया था. इस बीच राजीव ने शादी का झांसा देकर लगभग दो महीने तक उसका यौन शोषण किया. किंतु जब लड़की शादी का दबाव बनाने लगी, तो दो दिन पूर्व उसे राजीव ने जमालपुर स्टेशन पर लाकर छोड़ दिया. वह राजीव के मंसूबे को समझ गयी, तथा मुफस्सिल थाना में राजीव के विरुद्ध यौन शोषण का मामला दर्ज कराया.