मुंगेर : तथाकथित नक्सली कुख्यात अपराधी रंजन बिंद का अपराध जिस समय चरम पर था और उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी. तो उस समय मुंगेर पुलिस ने 15 जुलाई 2014 को पुलिस लाइन के सामने शास्त्रीनगर स्थित घर से उसे गिरफ्तार किया गया था. जो पुलिस के लिए उस समय के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही थी. तत्काली एसपी वरूण कुमार सिन्हा ने उस समय कहा था कि रंजन बिंद पहले नक्सल संगठन में काम करता था. संगठन छोड़ने के बाद उसने अपना खुद का गैंग बना लिया था.
पांच वर्ष से रंजन बिंद अपहरण व लूट की घटना को अंजाम दे रहा था. फिरौती की रकम से उसने अकूत संपत्ति भी अर्जित कर ली थी. उसने हरियाणा के फरिदाबाद सेक्टर 4 में एक आवासीय भूखंड भी खरीदा है. जिस पर पांच कमरे बने हुए हैं. तीन में फल की दुकान चल रही है. वहीं एक टैक्सी भी किराये पर चलवाता था. एसपी ने कहा था कि रंजन बिंद की संपत्ति जब्त करने को लेकर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) को लिया जायेगा. फिरौती व लूट के जरिये जमा की गई संपत्ति को प्रीवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी. लेकिन उस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है.